नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व NCR में तेज बारिश से मौसम सुहावना हो गया है। जानकारी के अनुसार, करीब देर रात 12 बजे के बाद तेज बारिश शुरू हुई, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। इससे पहले आज पूरे दिन मौमस में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता रहा है।

बुधवार को छाया रहा धूल का गुबार

बता दें कि धूल का गुबार दिल्ली-NCR में बुधवार को भी बना रहा। खासतौर पर सुबह के वक्त स्थिति यह रही कि कई बार अंधेरा सा छा गया। धूल प्रदूषण के चलते ही दृश्यता का स्तर प्रभावित हुआ तो वायु गुणवत्ता पर भी काफी असर देखने को मिला।

आज हल्की वर्षा के आसार

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि बृहस्पतिवार को हल्की वर्षा भी हो सकती है। इससे पहले मंगलवार के बाद बुधवार को भी दिल्लीवासी जब सुबह सोकर उठे तो बाहर धूल भरी तेज हवा चल रही थी। इस दौरान कई बार काली घटा छाई और अंधेरा सा हो गया। कहीं कहीं बूंदाबांदी भी हुई। बाद में धूप खिली और दिन चढ़ने के साथ साथ और तेज हुई, तब ही वातावरण में धूल का असर कम हुआ।

दिल्ली का सबसे गर्म इलाका रहा पीतमपुरा

बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री ज्यादा 41.1 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 27 से 62 प्रतिशत रहा। सर्वाधिक अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस की दृष्टि से स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स जबकि सर्वाधिक न्यूनतम तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस की दृष्टि से पीतमपुरा दिल्ली के सबसे गर्म इलाके रहे। धूल प्रदूषण के चलते सुबह के समय एयरपोर्ट पर दृश्यता का स्तर महज 1500 मीटर तक दर्ज किया गया।

बृहस्पतिवार को भी दिल्ली में चलेंगी तेज हवाएं

मौसम विभाग के अनुसार बृहस्पतिवार को भी दिल्ली में तेज हवाएं चलेंगी। आसमान में बादल छाए रहेंगे। कुछ जगहों पर हल्की वर्षा हो सकती है। अगले कुछ दिन तक तेज हवाओं के चलने का सिलसिला जारी रहेगा। आगामी रविवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री तक जा सकता है। सोमवार और मंगलवार को फिर हल्की वर्षा होने की संभावना जताई गई है। 19 को तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है जबकि 23 पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है

रेड जोन में पहुंची वायु गुणवत्ता

धूल भरी हवाओं के कारण बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की वायु गुणवत्ता भी रेड जोन में पहुंच गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी एयर क्वालिटी बुलेटिन के अनुसार सुबह नौ बजे दिल्ली का एक्यूआइ 395 दर्ज किया गया जो ”बेहद खराब” श्रेणी में आता है। शाम चार बजे 24 घंटे का औसत एक्यूआइ भी 336 रहा। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों की वायु गुणवत्ता भी 300 से ऊपर ही दर्ज की गई। हैरत की बात यह कि मई के महीने में इस श्रेणी में वायु गुणवत्ता अमूमन नहीं देखने को मिलती। लेकिन धूल के गुबार की वजह से इस बार ऐसा हो रहा है। धूल प्रदूषण की वजह पश्चिम दिशा से चल रही हवा है, जिसके साथ थार और पाकिस्तान की धूल भी आ रही है। वर्षा का अभाव और इसी कारण सूखी पड़ी मिट्टी भी समस्या का सबब बन रही है।