दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद में मृतकों के परिजनों से राज्यपाल ने की मुलाकात, हरसंभव मदद का दिया भरोसा

दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद में मृतकों के परिजनों से राज्यपाल ने की मुलाकात, हरसंभव मदद का दिया भरोसा

कोलकाता:  पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में मारे गए लोगों परिजनों से राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने मुलाकात की। उन्होंने पीड़ित परिवारजनों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। हरगोविंद दास और चंदन दास के शव शमशेरगंज के जाफराबाद इलाके में उनके घर में पाए गए थे और शरीर पर चाकू से वार के कई निशान थे। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक राज्यपाल परिवार के सदस्यों से बात की और उन्हें सहायता का आश्वासन दिया। वहीं परिजनों ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है।’

राज्यपाल मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान, सुती और जंगीपुर में अन्य हिंसा प्रभावित इलाकों का भी दौरा करेंगे। इन मुस्लिम बहुल इलाकों में 8-12 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान भड़की हिंसा में पिता-पुत्र समेत कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। इसके बाद इस सिलसिले में 274 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

 

 

एक अधिकारी ने बताया कि शमशेरगंज के लिए अपना दौरा शुरू करने से पहले बोस ने फरक्का के अतिथि गृह में प्रभावित परिवारों के कुछ सदस्यों से बात की जहां वह ठहरे हुए थे। शुक्रवार को बोस ने मालदा का दौरा किया था और मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित इलाकों से भागकर एक अस्थायी शरणार्थी शिविर में रह रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने प्रभावित लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों को दूर करने के लिए ‘‘ठोस कार्रवाई’’ की जाएगी। राज्यपाल ने कहा, ‘‘मैंने यहां शिविर में मौजूद परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने मुझे विस्तार से जानकारी दी है। निश्चित रूप से ठोस कार्रवाई की जाएगी।’’

राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने भी किया दौरा

उधर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी मुर्शिदाबाद जिले में दंगा प्रभावित लोगों सेमुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि भविष्य में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्र हर आवश्यक कदम उठाएगा। दंगा प्रभावित महिलाओं ने अपनी पीड़ा बताई और मांग की कि जिले के चुनिंदा इलाकों में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के स्थायी शिविर स्थापित किए जाएं और सांप्रदायिक झड़पों की एनआईए से जांच कराई जाए। इन झड़पों में तीन लोगों की जान चली गई थी।

NCW प्रमुख विजया रहाटकर ने पीड़ितों से कहा, ‘‘उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है’’ क्योंकि केंद्र उनके साथ है। उन्होंने मुर्शिदाबाद के बेतबोना कस्बे में पीड़ितों से कहा, ‘‘हम आपकी दुर्दशा का पता लगाने आए हैं। कृपया चिंता न करें। देश और आयोग आपके साथ है। ऐसा न सोचें कि आप अकेले हैं।’’ उन्होंने कहा कि NCW अपनी रिपोर्ट केंद्र को सौंपेगा।NCW टीम ने शुक्रवार को मालदा जिले में एक राहत शिविर का भी दौरा किया और मुर्शिदाबाद दंगों के कारण विस्थापित लोगों से मुलाकात की। वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ 11 और 12 अप्रैल को मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज, सुती, धुलियान और जंगीपुर सहित अन्य इलाकों में हिंसा भड़क उठी थी। इस हिंसा में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। आयोग ने इस हिंसा का स्वत: संज्ञान लिया है।


विडियों समाचार

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