केंद्र सरकार एमएसपी को बनाए गारंटी कानून: मलिक

- सहारनपुर में नगर मैजिस्ट्रेट को ज्ञापन देते भाकियू वर्मा से जुड़े किसान।
सहारनपुर। भारतीय किसान यूनियन वर्मा के प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि केंद्र सरकार एमएसपी को गारंटी कानून बनाए। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य नहीं देती तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
आसिम मलिक आज चिलकाना रोड पर महफूज गार्डन स्थित जिला कार्यालय पर किसानों को सम्बोधित कर रहे थे। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पूर्व घोषित रेल रोको कार्यक्रम के तहत सैकड़ों किसान भारतीय किसान यूनियन वर्मा के प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक के नेतृत्व में इक_ा होकर रेलवे स्टेशन की तरफ जा रहे थे तभी किसानों के बीच पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट को समस्याओं से सम्बंधित 14 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान आसिम मलिक ने कहा कि यदि जल्द ही किसानों की समस्याओं को हल नहीं किया गया तो देश और प्रदेश के लाखों किसान इक_ा होकर दिल्ली में पंचायत करके अपनी समस्याओं को हल कराकर ही घर लौटेंगे।
उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को एमएसपी को गारंटी कानून तत्काल बनाना चाहिए। डॉ एम एस स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करके देश के अन्नदाता किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिलाना चाहिए। देश के किसानों के सभी कर्ज समाप्त करने चाहिए। जो सरकार की गलत नीति के कारण हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा के नेतृत्व में संघर्ष शुरू हो चुका है। पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण होने पर उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को गन्ने का लाभकारी मूल्य 700 रूपए प्रति कुंतल नकद मिलेगा और चीनी मिलों से अविलंब गन्ना भुगतान व ब्याज मिलेगा।
इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन वर्मा के महानगर अध्यक्ष मोहम्मद जहीर तुर्की ने कहा कि देश के अन्नदाता किसान 13 महीने तक दिल्ली में सडक़ों पर आंदोलन करते रहेंगे। श्री तुर्की ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की उन्नति के लिए मनरेगा योजना को सीधा खेती से जोडक़र किसानों को मजदूर उपलब्ध कराए। इस अवसर पर भाकियू वर्मा के राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य रजत शर्मा, मंडल प्रभारी दुष्यंत सिंह, जिला संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह एडवोकेट, जिला मंत्री मुकर्रम, प्रधान नगर उपाध्यक्ष हाजी कलीम उर रहमान, नगर मंत्री तबरेज मलिक, जिला मंत्री अब्दुल्ला मलिक, मोहम्मद अखलाक, मोहम्मद शौकीन, राशिद मलिक, शहजाद मलिक, फुरकान मलिक, मोहम्मद असगर, मोहम्मद मोबीन, शाहिद मलिक, सहाजेब मलिक, महबूब हसन, हाजी बुद्धू हसन, हाजी सगीर, मोहम्मद तौफीक, मोहम्मद जीशान, हाजी वली मोहम्मद, मोहम्मद अकमल गौड,़ नगर मंत्री मोहम्मद गुरु अमजद अली आदि किसान मौजूद रहे।