शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एनवायरमेंटल साइंसेज विभाग द्वारा “एग्रीरूट फेस्ट-2025” का भव्य आयोजन

गंगोह [24CityNews] : शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में दिनांक 30.01.2024 दिन बृहस्पतिवार को स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एनवायरमेंटल साइंसेज विभाग द्वारा “एग्रीरूट फेस्ट-2025” का आयोजन किया गया। इस वर्ष का मुख्य विषय “फूड फ्रॉम अर्थ टू ह्यूमन गट” रखा गया, जिसके अंतर्गत छात्रों ने कृषि उत्पादन से लेकर हमारे भोजन की थाली तक की रोमांचक यात्रा को प्रदर्शित किया।
कार्यक्रम का आयोजन प्रातः 10:00 बजे हुआ, जिसमें शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह, कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह, संस्था के केयरटेकर सूफी जहीर अख्तर, बायोलॉजिकल साइंसेज संकायाध्यक्ष प्रो.(डॉ.) राजीव दत्ता, लिबरल आर्ट्स संकायाध्यक्ष प्रो.(डॉ.) गुंजन अग्रवाल, व कृषि विभाग के समन्वयक डॉ. विकास कुमार ने छात्र एवं छात्राओं के द्वारा किये गए कार्यों का निरिक्षण कर उनके कार्य की प्रशंसा की।
कार्यक्रम का सफल संचालन कृषि विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ. शिवानी द्वारा किया गया, जिसमे डॉ. शिवानी ने सभी छात्र एवं छात्राओं को कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को कृषि और खाद्य प्रणाली की गहरी समझ देना है, जिससे वे भविष्य में इस क्षेत्र में नवीन योगदान दे सकें। छात्रों ने इस आयोजन के द्वारा कृषि और पोषण का अद्भुत सफर दिखाया। “एग्रीरूट फेस्ट-2025” के अंतर्गत छात्रों ने कृषि उत्पादन, खाद्य प्रसंस्करण, पोषण एवं उपभोक्ताओं तक खाद्य सामग्री पहुंचाने की विभिन्न प्रक्रियाओं को आकर्षक तरीके से प्रस्तुत किया व खाद्य प्रणाली की बारीकियों और पोषण विज्ञान के महत्व पर भी प्रकाश डाला और साथ ही साथ यह भी बताया कि एक छोटा सा बीज धरती में अंकुरित होकर कैसे एक समृद्ध फसल में परिवर्तित होता है।
इस अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह एवं कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने कार्यक्रम के आयोजकों व प्रतिभागी सभी छात्र एवं छात्राओं को अपनी शुभकामनाएं दी। कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह ने कहा कि “भविष्य में सतत कृषि और पोषण सुरक्षा के लिए इस तरह के कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। हमारे विद्यार्थी केवल ज्ञान प्राप्त नहीं कर रहे, बल्कि व्यावहारिक रूप से यह समझ भी रहे हैं कि भोजन हमारे खेतों से हमारी थाली तक कैसे पहुँचता है। यह कार्यक्रम छात्रों के लिए सीखने का अनूठा अवसर प्रदान करता है और हमें गर्व है कि हमारा विश्वविद्यालय ऐसे नवाचारों को प्रोत्साहित कर रहा है।”
इस अवसर पर डॉ. उस्मान उल्लाह खान, सरिता शर्मा, पारुल सैनी, अनम, अमित कुमार, दीपक कुमार, रोहित कुमार, नीरज कुमार, अभिषेक कुमार, बद्रीश तिवारी, अहमद, अब्दुल्ला, आदेश कुमार आदि शिक्षकगण उपस्थित रहे।