IPL 2021 के पहले सुपर संडे में भिड़ेंगी ये चार टीमें, मुकाबले होंगे जबरदस्त
- IPL 2021 का पहला सुपर संडे खास होने वाला है क्योंकि पहले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स से भिड़ेगी जबकि दिन के दूसरे मैच में दिल्ली कैपिटल्स को पंजाब किंग्स का सामना करना है।
चेन्नई : इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल के 14वें सत्र में यह पहला रविवार होगा जब एक दिन में दो मुकाबले खेले जाएंगे। पहला मुकाबला कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के बीच होगा।
दुनिया में सीमित ओवरों के दो सर्वश्रेष्ठ कप्तानों इयोन मोर्गन और विराट कोहली के बीच होने वाले इस मुकाबले में आरसीबी का पलड़ा थोड़ा भारी लगता है। उसने अपने पिछले दोनों मैच जीते है। अपनी कुशल रणनीति और मानव प्रबंधन के लिए मशहूर इंग्लैंड के कप्तान मोर्गन केकेआर का अभियान पटरी पर लाने के लिए बेताब होंगे। केकेआर का मध्यक्रम नहीं चल रहा है जिसके कारण उसे मुंबई इंडियंस के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ सभी विभागों में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद मुंबई के खिलाफ केकेआर का मध्यक्रम ताश के पत्तों की तरह बिखर गया और उसे 13 मैचों में 12वीं हार का सामना करना पड़ा। मोर्गन ने अपने कप्तानी कौशल का परिचय गेंदबाजी में दिखाया था और मुंबई को 152 रन पर रोकने में अहम भूमिका निभाई थी। आंद्रे रसेल ने डेथ ओवरों में शानदार गेंदबाजी की है लेकिन बल्लेबाजी में वह फिर से नाकाम साबित हुए हैं। उप कप्तान दिनेश कार्तिक पर भी बेहतर प्रदर्शन करने का दबाव होगा। नितीश राणा ने बल्लेबाजी में प्रभावित किया है लेकिन शुभमन गिल अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाये। केकेआर को इस युवा बल्लेबाज से अब अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
चेपक की पिच पर डेथ ओवरों में गेंदबाजी चिंता का विषय है और ऐसे में मोर्गन अपने संसाधनों को पूरी चतुराई से उपयोग कर रहे हैं। कई स्टार बल्लेबाजों से सजी आरसीबी की टीम के खिलाफ भी उन्हें अपने इस कौशल का अच्छी तरह से उपयोग करना होगा। अनुभवी हरभजन सिंह की जगह कुलदीप यादव को उतारा जा सकता है। हरभजन न पिछले दोनों मैचों में केवल शुरुआती ओवर किया था।
बल्लेबाजों को दिखानी होगी क्षमता : जहां तक आरसीबी का सवाल है तो कोहली, एबी डिविलियर्स, ग्लेन मैक्सवेल और देवदत्त पडीक्कल की मौजूदगी के बावजूद आरसीबी अपनी पूरी क्षमता नहीं दिखा पाई है। मैक्सवेल ने मध्यक्रम में अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई है जबकि हर्षल पटेल गेंदबाजी में अंतर पैदा कर रहे हैं। कोहली अपनी टीम का विजय अभियान जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध होंगे और अपने बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे होंगे।
दिल्ली से होगी पंजाब की भिड़ंत
दिन का दूसरा मैच दिल्ली कैपिटल्स और पंजाब किंग्स के बीच मुंबई में खेला जाएगा। दोनों टीमें अपना पिछला मैच गंवाने के बाद इस मैच में उतरेंगी लेकिन दिल्ली कैपिटल्स निश्चित तौर पर कागजों पर मजबूत टीम नजर आती है और ऐसे में उसका पलड़ा भारी लगता है। जहां तक आइपीएल में कप्तानी का सवाल है तो पंत अनुभवहीन हैं। पिछले मैच में उन्होंने अपने अनुभवी गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन का कोटा पूरा नहीं करवाया जिससे टीम को नुकसान हुआ। उन्होंने उनके बजाय टॉम कुर्रन की मध्यम गति की गेंदबाजी पर भरोसा दिखाया।
इस मैच के लिए एनरिच नोत्र्जे को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है, जिससे टीम के गेंदबाजी आक्रमण को मजबूती मिलेगी क्योंकि पिछले मैच करन की मध्यम गति की गेंदबाजी का क्रिस मौरिस और डेविड मिलर ने भरपूर फायदा उठाया था। पंजाब किंग्स को दूसरी तरफ अपने बल्लेबाजों की नाकामी के कारण चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ पराजय का सामना करना पड़ा था। दीपक चाहर की अतिरिक्त उछाल और मूवमेंट का उसके बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था। वानखेड़े स्टेडियम की पिच दूधिया रोशनी में शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के सामने कुछ सवाल पैदा कर रहा है। नमी के कारण इस पिच पर तेज गेंदबाजों को मदद मिल रही है। ऐसे में केएल राहुल बनाम कैगिसो रबादा और क्रिस वोक्स बनाम क्रिस गेल का मुकाबला रोचक होगा। इसी तरह से पृथ्वी शॉ की मोहम्मद शमी की धारदार गेंदबाजी को कुंद करने की कोशिश रहेगी तो शिखर धवन अनुशासित गेंदबाजी कर रहे अर्शदीप सिंह पर हावी होने का प्रयास करेंगे।
दमदार बल्लेबाज : दोनों टीमों के पास शीर्ष क्रम में दमदार बल्लेबाज हैं। दिल्ली की टीम शॉ, धवन और पंत पर काफी निर्भर है जबकि पंजाब की टीम मे यही भूमिका राहुल, गेल और दीपक हुड्डा निभा रहे हैं। यहां तक कि दोनों टीमों की कमजोरियां भी एक जैसी हैं। अगर अजिंक्य रहाणे में पावर हिटिंग का अभाव और मार्कस स्टोइनिस की खराब फॉर्म दिल्ली के मध्यक्त्रम को प्रभावित कर रही है वहीं मयंक अग्रवाल की लंबे समय से चली आ रही लचर फॉर्म और निकोलस पूरन की शॉर्ट पिच गेंदों को खेलने की कमजोरी पंजाब के लिए अच्छी खबर नहीं हैं। रबादा, नोत्र्जे और अश्विन की उपस्थिति में दिल्ली का आक्त्रमण मजबूत नजर आ रहा है जबकि पंजाब की तरफ से शमी को छोड़कर कोई अन्य गेंदबाज प्रभाव नहीं छोड़ पा रहा है। मोटी कीमत पर खरीदे गए झाय रिचर्डसन और रिले मेरेडिथ अभी तक नाकाम रहे हैं। स्पिनर मुरुगन अश्रि्वन भी ऐसा कुछ नहीं कर पाए, जिससे पंत की टीम किसी तरह से परेशान हो।