पाक ने इस्लामी देशों में बढ़ाया कोरोना संक्रमण, लाहौर में धार्मिक जलसे से कई देशों में पहुंचे संक्रमित लोग
पाकिस्तान में कोरोना वायरस की हालत इटली से भी अधिक खतरनाक है जबकि उसके पास स्वास्थ्य सेवा के सेटअप के नाम पर कुछ भी नहीं है। इसके बावजूद उसने हाल ही में इस्लामी देशों से आए लाखों मुस्लिमों को 10 से 15 मार्च तक लाहौर में एक धार्मिक आयोजन में जुटने की अनुमति दे दी। इससे लाखों लोगों का जीवन खतरे में पड़ गया है।
कोरोना वायरस के चलते मौजूदा दौर में ईरान और सऊदी अरब जैसे देश भी उनके यहां धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं लेकिन पाकिस्तान ने इस पर सख्ती के साथ पहले से कोई कदम ही नहीं उठाए। इसके चलते तबलीगी जमात तबलीगी इज्तेमा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के लिए उसने अनुमति भी दे दी। इसके बाद कई इस्लामी देशों में कोरोना संक्रमण के जो मामले मिल रहे हैं उनमें जो लोग पाए गए हैं वे पाकिस्तान में इस जलसे का हिस्सा रह चुके हैं।
गाजा पट्टी में कोरोना के दो मामले दर्ज हुए जहां दोनों फलस्तीनी नागरिक हाल ही में इस कार्यक्रम में भाग लेकर लौटे थे। पत्रकार कुंवर खुलदून शाहिद ने लिखा है कि पाकिस्तान दुनिया में कोविड-19 का सबसे बड़ा प्रसारक देश बन सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि लाहौर में लाखों लोग एक साथ जुट चुके हैं। जबकि ईरान और सऊदी अरब ने जुमे की नमाज तक रोक दी है।
पाक मौलवियों की निष्क्रियता
इन देशों ने लगाया प्रतिबंध
पाक में अब तक कुल 1,408 मामले
मस्जिदों में जमा हो रही भीड़, प्रशासन बेबस
व्हाट्सएप पर समाचार प्राप्त करने के लिए यंहा टैप/क्लिक करे | वीडियो समाचारों के लिए हमारा यूट्यूब चैनल सबस्क्राईब करे |