भारत तेजी से बढ़ाएगा कोरोना टेस्टिंग की क्षमता, हर 3 दिन में दोगुना करने का लक्ष्य

भारत तेजी से बढ़ाएगा कोरोना टेस्टिंग की क्षमता, हर 3 दिन में दोगुना करने का लक्ष्य

हाइलाइट्स

  • कोरोना के टेस्ट को लेकर भारत ने बदली अपनी रणनीति
  • हर 3 दिने पर टेस्ट करनेकी क्षमता को दोगुना करने की योजना
  • मरीजों की संख्या में तेजी के देखते हुए पीएम ने योजना को दी हरी झंडी
  • अभी हर दिन केवल 10,000 टेस्ट कर रहा है भारत

नई दिल्ली
देश में कोरोना की चुनौती बढ़ती जा रही है। सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। सरकार कोरोना की टेस्टिंग को तेज करने पर काम कर ही है। सरकार की योजना है कि आरटी-पीसीआर प्रोसेस के जरिए हर दिन में टेस्टिंग को दोगुना बढ़ाया जाए। आरटी-पीसीआर प्रोसेस को टेस्ट के सबसे सटीक नतीजे के लिए जाना जाता है।

अब देश में संदिग्धों की टेस्टिंग बड़े पैमाने पर करने की तैयारी है, इसमें टीबी के लिए होने वाली जांच और ऐंटी बॉडीज टेस्ट को भी शामिल किया जाना है। वर्तमान में आईसीएमआर के अधीन काम करने वाले लैब प्रतिदिन 10,000 टेस्ट कर रहे हैं। अगले 3 दिनों में इसे 20,000 तक पहुंचाने की योजना है। इसी तरह अगले कुछ हफ्तों में इसी अनुपात में टेस्टिंग कपैसिटी बढ़ाने की तैयारी आईसीएमआर कर रहा है।

एक आधिकारिक सूत्र का कहना है कि इसके अलावा ट्यूबरक्लोसिस(टीबी) की जांच में इस्तेमाल की जानेवाली 250 TrueNat और 200 CB-NAAT मशीनों के जरिए भी कोरोना के संदिग्धों की जांच की जाएगी। आधिकारिक सूत्र ने बताया, ‘ TrueNat और CB-NAAT से एक दिन में 12 टेस्ट किए जा सकते हैं। हमारे पास रोशे की 2 COBAS-6800 मशीनें हैं और 2 का हमने ऑर्डर दिया है। इन मशीनों से प्रतिदन 5,000 सैंपल की जांच की जा सकती है।’

स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी अपनी प्रतिदिन की प्रेस ब्रीफिंग में कहा है कि वो ताजा हालात के मद्देजनर टेस्टिंग की लेकर रणनीति तैयार कर रहे हैं, मंत्रालय का जोर इस बात पर है कि केवल ऐसी मामलों में टेस्ट किए जाएं, जिनमें जरूरी हो, जिससे कि गैरजरूरी टेस्टिंग से सिस्टम पर दवाब ना बढ़े। पहले ऐसे लोगों की जांच की जा रही थी जो या तो विदेश से आए हैं या विदेश से आने वालों कें संपर्क में रहे हों, लेकिन अब इसका दायरा बढ़ा दिया गया है। अब ऐसे सभी मरीजों का टेस्ट किया जा रहा है, जो गंभीर रूप से फ्लू से पीड़ित हैं।

प्रवासी मजदूरों, तबीलीगी जमात की वजह से कोरोना संदिग्धों की संख्या बढ़ने पर सरकार को टेस्टिंग में बढ़ोतरी का फैसला लेना पड़ा है। टेस्टिंग में तेजी से बढ़ोतरी की इस योजना को टेस्टिंग और आइसोलेशन के लिए बने एमपावर्ड ग्रुप ने तैयार किया है और पीएमओ से इसको हरी झंडी मिल चुकी है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में एमपावर्ड ग्रुप्स की संयुक्त बैठक शनिवार को हुई थी, इसमें इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी।

नए प्लान में हाई रिस्क हॉटस्पॉट (जहां मामले तेजी से बढ़े हों) पर रैपिड ऐंटी बॉडीज टेस्ट करने की भी योजना है। इसके लिए बुधवार तक टेस्ट किट आ जाएंगे। एक अधिकारी ने टेस्ट की संख्या में बढ़ोतरी पर कहा, ‘ज्यादा टेस्ट करने की वजह से हम संक्रमण को रोक पाएंगे और मरीजों को सही वक्त पर इलाज भी मिल सकेगा।’ रविवार रात 9 बजे तक भारत में कोरोना के संदिग्धों के कुल 89, 534 टेस्ट किए जा चुके हैं। आपको बता दें कि कोरोना के खतरे को लेकर भारत की टेस्टिंग स्ट्रैटिजी पर कई एक्स्पर्ट्स सवाल उठा चुके हैं।

व्हाट्सएप पर समाचार प्राप्त करने के लिए यंहा टैप/क्लिक करे वीडियो समाचारों के लिए हमारा यूट्यूब चैनल सबस्क्राईब करे