खुशखबर: किसान अब एक क्लिक से किराए पर भी ले सकेंगे कृषि यंत्र, ‘सीएचसी’ एप करेगा मदद

खुशखबर: किसान अब एक क्लिक से किराए पर भी ले सकेंगे कृषि यंत्र, ‘सीएचसी’ एप करेगा मदद

बागपत जनपद में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की दो सदस्य टीम ने पांच गांवों का निरीक्षण किया। यहां पर किसानों के मोबाइल पर ‘सीएचसी’ एप डाउन लोड कराते हुए उनका पंजीकरण कराया। इस्तेमाल के फायदे बताए।

टीम ने जानकारी दी खेतों में कृषि यंत्रों को किराये पर लेने के लिए एप से अपनी बुकिंग करा सकते हैं। इसके आसपास से ही कस्टम हायरिंग सेंटर संचालक पहुंचकर उनके कार्यों का निस्पादन करेंगे।

एडीओ कृषि महेश कुमार खोखर ने बताया कि बुधवार को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से पहुंचे सीनियर टेक्नीशियन वेथाटो केईयो और मनीष बारासकर ने ग्राम ख्वाजा नगला, काकोर कला, तिलवाड़ा, सिलाना एवं सूप में कस्टम हायरिंग सेंटर का निरीक्षण किया। इन गांवों के किसानों से संपर्क किया। किसानों को फसल अवशेष न जलाने के लिए प्रेरित किया।

बताया कि अवशेष का लाभ खाद के रूप में भी कर सकते है। कस्टम हायरिंग सेंटर पर अवशेष को मिट्टी में मिलने वाले यत्र उपलब्ध जो उन्हें किराये पर मिल सकते हैं। किसानों की सुविधा को देखते हुए ‘सीएचसी’ एप चलाया है। इस पर किसान अपना पंजीकरण कर आसपास के कस्टम हायरिंग सेंटर से कृषि यंत्रों को किराये के लिए बुक कर सकते हैं।

बुकिंग के बाद संचालक किसानों के बताए हुए स्थान पर खेती से संबंधित कार्यों का संपादन करेगा। इस दौरान बताया गया कि तिलवाड़ा में सुमन पाल, सूप में ओमबीर सिंह, सिलाना में ओमप्रकाश मलिक, ख्वाजा नंगला में महिला स्वयं सहायता को कस्टम हायरिंग सेंटर एवं फार्म मशीनरी बैंक दिए गए हैं। आज टीम क्षेत्र में पहुंचकर प्रचार-प्रसार किया।

Jamia Tibbia