Coronavirus: चीन में 60 हजार से ज्यादा लोग चपेट में, किस देश का क्या हाल

Coronavirus: चीन में 60 हजार से ज्यादा लोग चपेट में, किस देश का क्या हाल
चीन में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। अब तक इसने चीन में हजारों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है और करीब 1300 लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं। चिंता की सबसे बड़ी बात ये है जानलेवा वायरस धीरे-धीरे विश्व के अन्य देशों में भी फैल रहा है। तमाम सावधानियों के बाद हर रोज कोई न कोई नया मामला सामने आ रहा है। इससे जुड़े हर अपडेट आपको बता रहे हैं।
  • गुरुवार को चीन ने हुबेई में कम्युनिस्ट पार्टी के बड़े नेता को बर्खास्त कर दिया। उनपर मामले को सही तरह से नहीं संभालने का आरोप लगा है। बुधवार को ही कोरोना वायरस ने 242 लोगों की जान ले ली जो कि मंगलवार से दोगुनी है। वायरस फैलने के बाद से ये मौत का अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसी के साथ मौत का आंकड़ा 1355 पहुंच चुका है।
  • हुबेई राज्य की राजधानी वुहान में कोविड -19 ( COVID-19) की चपेट में 14,800 नए लोग आ गए हैं। पीड़ितों की पहचान के लिए अपनाए गए नए तरीके के बाद ये नया आंकड़ा सामने आया है।
  • पूरे चीन में कोरोना से प्रभावित लोगों की संख्या 60 हजार के पार जा चुकी है।
  • करीब 25 देशों ने इस बात की पुष्टि की है कि उनके यहां कोरोना वायरस के केस मिले हैं। कई देशों ने हुबेई से अपने नागरिकों को निकाला है।
  • चीन के बाहर दो मौतों की पुष्टि हुई है। एक हांगकांग में और एक फिलीपींस में।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकता है। किसी भी आतंकी हमले से ज्यादा घातक साबित हो सकता है।

वियतनाम

  • वियतनाम की सरकारी मीडिया के मुताबिक, राजधानी हनोई के उत्तर पूर्व के 10 हजार लोगों के बीच कुछ केस सामने आने के बाद यहां लॉकडाउन किया गया है
  • वियतनाम ने अबतक 16 केसों की पुष्टि की है। इनमें से अधिकतर विन फुक प्रांत में हैं।
उत्तर कोरिया 
  • उत्तर कोरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के मुताबिक, देश एक महीने तक विदेशियों और कोरोना पीड़ित लोगों को अलग-थलग रखेगा। रिपोर्ट के आधार पर इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। हालांकि यहां अभी तक कोरोना वायरस का कोई केस नहीं मिला है।
  • चीन ने हांगकांग के मामलों को देखने वाले प्रमुख अधिकारी को बदल दिया है।  चाइनीज पीपल्स पॉलिटिकल कंसलटेटिव कॉन्फ्रेंस के उप-प्रमुख 67 साल के शिया बालोंग को बदल दिया गया है।
  • ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, हुबेई की राजधानी वुहान के पार्टी प्रमुख मा गोक्यांग को बर्खास्त कर दिया गया है। उनपर मामले को सही तरीके से नहीं संभालने का आरोप है।
सिंगापुर 
  • सिंगापुर में एक अधिकारी ने बताया कि यहां कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि ये लगातार फैल रहा है। सिंगापुर टास्क फोर्स के सह अध्यक्ष लॉरेंस वोंग ने कहा, हम नहीं जानते कि ये सही हो जाएगा या और गंभीर, बाद में किस तरह के हालात होंगे बता नहीं सकते। हमें नहीं पता कि वायरस को फैलने से रोकने के प्रयास में हम कितना सफल होंगे।
जापान 
  • गुरुवार को जापान के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि एक क्रूज शिप में 44 और लोग कोरोना वायरस से पीड़ित पाए गए हैं (इनमें दो भारतीय भी हैं)। स्वास्थ्य मंत्री कासुनोबु काटो ने बताया कि 221 टेस्ट के बाद 44 नए मामले सामने आए हैं। डायमंड प्रिसेंज में मौजूद 218 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। पीड़ितों को अलग-थलग करने के लिए तैनात अधिकारी भी इसकी चपेट में आ गया है।
इंग्लैंड
  • इंग्लैंड ने अपने यहां कोरोना वायरस से पीड़ित नवें मरीज की पुष्टि की है। ये मरीज लंदन में मिला है। चीन में रहने के दौरान वह वायरस की चपेट में आया था। इंग्लैंड के चीफ मेडिकल ऑफिसर क्रिस विटी ने कहा कि यहां कोरोना वाइरस (COVID-19) से पीड़ित नया मरीज मिला है, और यहां वायरस से पीड़ित लोगों की संख्य नौ पहुंच गई है। मरीज चीन में रहने के दौरान इसकी चपेट में आया और उसे एलएचएस सेंटर में भर्ती कराया गया है।
कंबोडिया  
  •  एक क्रूज शिप में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की आशंका को देखते हुए कंबोडिया ने इसे रोक दिया है। इस क्रूज शिप ने दो हफ्ते समुद्र पर बिताए थे और पांच देशों से होते हुए यहां पहुंचा था। सरकार को आशंक है कि इसमें कोरोना संक्रमित लोग हो सकते हैं, इसलिए इसे रोक दिया गया।  हालांकि, इसमें मौजूद कोई भी व्यक्ति बीमार नहीं पड़ा है। इस जहाज को जापान, ताइवान, गुआम, फिलीपींस और थाइलैंड ने वायरस पीड़ित मरीज होने की आशंका में वापस भेज दिया था।
 अमेरिका 
  • यूएस एयरलाइंस ने कहा कि वह चीन जाने वाली सभी उड़ानों को अप्रैल तक रद्द करेगा क्योंकि कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ रहा है। दूसरे अमेरिकी जहाज भी इन दिनों चीन नहीं जा रहे हैं। एयरलाइंस ने कहा कि चीन जाने वाले यात्रियों की संख्या में बहुत ज्यादा गिरावट आई है। साथ ही अमेरिका ने भी नागरिकों को चीन न जाने की सलाह जारी की है। इसके साथ ही चीन में पिछले 14 दिन से रह रहे यात्रियों के आने पर भी रोक लगा दी है।