चंद्रबाबू नायडू का तिरुपति लड्डू पर चौंकाने वाला दावा, वाईएसआर कांग्रेस ने बताया ‘दुर्भावनापूर्ण’
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति मंदिर को लेकर एक विवादित बयान देकर नए विवाद को जन्म दे दिया है। बुधवार को नायडू ने पिछली वाईएसआर कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान तिरुपति के प्रसिद्ध लड्डू में घटिया सामग्री और जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने कहा, “यह जानकर मुझे आश्चर्य हुआ कि जगन प्रशासन ने तिरुपति प्रसाद में घी की जगह जानवरों की चर्बी का उपयोग किया। यह शर्मनाक है कि करोड़ों भक्तों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान नहीं किया गया।”
तिरुपति लड्डू विवाद
तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में तिरुपति लड्डू को प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है, जिसे तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) संचालित करता है। चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए विधायक दल की बैठक में यह दावा किया और कहा कि अब प्रसाद में शुद्ध घी का इस्तेमाल हो रहा है, जिससे उसकी गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
वाईएसआर कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया
नायडू के इस दावे पर वाईएसआर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने कहा कि नायडू की टिप्पणियां तिरुपति मंदिर की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने वाली हैं। रेड्डी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा, “नायडू ने तिरुमला की पवित्रता को नुकसान पहुंचाया है। उनकी टिप्पणी अत्यंत दुर्भावनापूर्ण है और कोई जिम्मेदार व्यक्ति ऐसे आरोप नहीं लगाएगा।”
“भगवान के सामने शपथ लेने को तैयार”
वाईवी सुब्बा रेड्डी ने आगे कहा कि चंद्रबाबू नायडू राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। उन्होंने कहा, “मैं अपने परिवार के साथ तिरुमला में भगवान के सामने प्रसाद के बारे में शपथ लेने को तैयार हूं। क्या चंद्रबाबू नायडू अपने परिवार के साथ ऐसा करने को तैयार हैं?”
यह विवाद अब राज्य में राजनीतिक तनाव बढ़ा रहा है, जबकि तिरुपति मंदिर की पवित्रता पर उठाए गए सवाल ने धार्मिक आस्थाओं को भी हिला दिया है।