महाराष्ट्र : सट्टा बाजार में भाजपा दावेदार, 30 करोड़ दांव पर
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सोमवार को हुए मतदान के बाद सवाल है कि किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी। यहां सट्टा बाजार में इस पर 30 करोड़ रुपये का दांव लगाया गया है। सट्टा बाजार भाजपा को सत्ता का सबसे बड़ा दावेदार मान रहा है।
भाजपा के 120 सीटों के लिए एक रुपये 60 पैसे का तो शिवसेना के लिए 85 सीटों के आकलन के साथ तीन रुपये का दांव है। सट्टेबाजों ने कांग्रेस के लिए 30 जगहों पर 2.50 रुपये और एनसीपी के लिए 30 जगहों के वास्ते 3.50 पैसे का दांव लगाया है। सट्टा बाजार के मुताबिक राज्य में भाजपा-शिवसेना का गठबंधन सरकार बनाएगा।
महाराष्ट्र में एक बार फिर भाजपा और शिवसेना गठबंधन मिलकर सरकार बना रहे हैं। मतदान के बाद सोमवार की शाम को तमाम मीडिया के एक्जिट पोल में आए आंकड़े यही कह रहे हैं। इस चुनाव में कांग्रेस-एनसीपी का प्रदर्शन बहुत खराब नजर आ रहा है। चुनाव के नतीजे 24 अक्तूबर को घोषित किए जाएंगे।
भाजपा ने ‘अबकी बार 220 पार’ का लक्ष्य रखा था। 288 सीटों की विधानसभा में वह इसके आस-पास नजर आ रही है। अधिकतर एक्जिट पोल उसे 200 से अधिक सीटें दे रहे हैं। भाजपा-शिवसेना को सबसे ज्यादा सीटें न्यूज 18 के एक्जिट पोल में मिली हैं। इसके मुताबिक गठबंधन 243 सीटों पर जीतेगा और कांग्रेस-एनसीपी मात्र 41 सीटों पर सिमट जाएंगी। इस पोल में भाजपा को 144 सीटें मिल रही है, जो बहुमत से मात्र एक कम है। इस तरह भाजपा चाहे तो अकेले सरकार बनाने की स्थिति में भी होगी।
वहीं शिवसेना को इस पोल में 99 सीटें मिली है यानी वह नतीजों के थोड़े हेर-फेर से पहली बार शतक लगाने की भी स्थिति में है। भाजपा 164 सीटों पर लड़ी थी जबकि उसकी सहयोगी शिवसेना ने 124 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। कांग्रेस के 147 और एनसीपी के 121 उम्मीदवार मैदान में थे। सभी एक्जिट पोल में पश्चिम महाराष्ट्र को छोड़ कर उत्तर महाराष्ट्र, विदर्भ, ठाणे-कोंकण, मुंबई-उपनगर और मराठवाड़ा में भाजपा-शिवसेना के पक्ष में एकतरफा फैसला दिख रहा है।
इस चुनाव में भाजपा ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सावरकर को भारत रत्न देने के मुद्दे जोर-शोर से उछाले और उसका पूरा लाभ मिलता दिख रहा है। वहीं बैकफुट पर चुनाव लड़ रही कांग्रेस-एनसीपी धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी और कृषि की स्थिति पर बात कर रही थीं। एक्जिट पोल के नतीजे साफ बता रहे हैं कि राज्य में एक बार फिर से देवेंद्र फड़णवीस के नेतृत्व में सरकार बनेगी।