महापौर व पार्षद पदों के लिए आज मतदान करेंगे महानगर के मतदाता

सहारनपुर। सहारनपुर नगर निगम के महापौर व सभी 70 पार्षदों का चुनाव करने के लिए कल (आज) कुल 6 लाख 21 हजार मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुनाव मैदान में डटे प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला किया जाएगा।

सहारनपुर नगर निगम के महापौर पद पर भारतीय जनता पार्टी के डा. अजय कुमार सिंह, बहुजन समाज पार्टी की श्रीमती खदीजा मसूद व समाजवादी पार्टी के नूर हसन मलिक के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना जताई जा रही है। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप वर्मा भी मुख्य मुकाबले में शामिल होने के लिए हाथ-पैर मारते दिखाई दे रहे हैं। गौरतलब है कि 2009 में अस्तित्व में आए सहारनपुर नगर निगम के महापौर व 70 पार्षदों के लिए पहली बार 2017 में चुनाव सम्पन्न कराया गया था जिसमें भाजपा प्रत्याशी के रूप में निवर्तमान महापौर संजीव वालिया ने बाजी मार ली थी। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने सत्ताविरोधी रूझान से बचने के लिए निवर्तमान महापौर संजीव वालिया के स्थान पर महानगर के जानेमाने चिकित्सक डा. अजय कुमार सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है।

हालांकि डा. अजय कुमार सिंह की छवि ईमानदार व कुशल चिकित्सक की है परंतु भाजपा की महानगर इकाई द्वारा पार्षद पदों के लिए निवर्तमान कई पार्षदों के टिकट काटने व उनके स्थान पर नए लोगों को प्रत्याशी बनाना भाजपा के लिए चुनौती भरा कदम माना जा रहा है। उधर बहुजन समाज पार्टी ने पहले सहारनपुर नगर निगम में बसपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संयोजक व पूर्व विधायक इमरान मसूद की धर्मपत्नी श्रीमती शायमा मसूद को अपना प्रत्याशी घोषित किया था परंतु महापौर का पद पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित होने के चलते बसपा ने पूर्व विधायक इमरान मसूद की समधिन श्रीमती खदीजा मसूद पर दांव लगाया है।

इसके पीछे बसपा का दलित-मुस्लिम समीकरण के साथ-साथ प्रत्याशी का महिला होने के कारण महिलाओं को अपनी ओर लुभाने का तरीका माना जा रहा है ताकि येनकेन प्रकारेण सहारनपुर नगर निगम पर अपना कब्जा जमाया जा सके। क्योंकि विगत चुनाव में बसपा ने वर्तमान सांसद हाजी फजलुर्रहमान को प्रत्याशी बनाया था जो मात्र 1900 मतों से चुनाव हार गए थे। समाजवादी पार्टी ने सहारनपुर देहात के सपा विधायक आशु मलिक के भाई व गाजियाबाद जिला पंचायत के पूर्व चेयरमैन नूर हसन मलिक को अपना प्रत्याशी बनाया है। हालांकि समाजवादी पार्टी ने पहले महानगर के जानेमाने अधिवक्ता जानिसार अहमद को अपना प्रत्याशी बनाया था परंतु नामांकन के अंतिम दिन सपा हाईकमान ने नूर हसन मलिक को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया था।

नूर हसन मलिक का नाम मतदाता सूची में रातोंरात शामिल करने का आरोप लगाते हुए बसपा द्वारा सपा के साथ-साथ भाजपा पर भी निशाना साधा जा रहा है। उधर केंद्र व उत्तर प्रदेश की सत्ता से वनवास भोग रही कांग्रेस ने भी प्रमुख अधिवक्ता प्रदीप वर्मा एडवोकेट पर अपना दांव लगाया है परंतु प्रदीप वर्मा अपनी ईमानदार व जुझारू छवि के चलते मुख्य मुकाबले में शामिल होने के लिए हाथपैर मार रहे हैं।

इसके अलावा आप के सहदेव सिंह, निर्दलीय फातमा बेगम, शबनम कुरैशी व आशिक इलाही भी कहीं-कहीं चुनाव प्रचार में नजर आ रहे हैं। अब देखना यह है कि कल (आज) होने वाले मतदान में महानगर के मतदाता किस उम्मीदवार के सिर पर महापौर का सेहरा सजाने का खुलासा करेंगे जिसका खुलासा 13 मई को होने वाली मतगणना के बाद ही हो सकेगा।