तिरूपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट के विरोध में विहिप ने पैदल मार्च कर रोष जताया
ज्ञापन देकर मंदिरो को सरकारी कब्जे से मुक्त करने की मांग की
नकुड 30 सितबंर इंद्रेश। तिरूपति बाला जी मंदिर में प्रसाद में फिश आयल, बीफ व अन्य अपवित्र वस्तुओ की मिलावट के विरोध मे विश्व हिंदु परिषद ने नगर में पैदल मार्च निकालकर तहसील मुख्यालय पर ज्ञापन दिया। विहिप नेताओ ने हिंदू श्रद्धा व विश्वास के केंद्र मंदिरो मे सरकारी दखल पर नाराजगी जताते हुए उन्हे सरकार के हस्तक्षेप से मुक्त कराने की मांग की है।
सोमवार को विश्व हिंदु परिषद के नेता व कार्यकर्ता सरसावा रोड से बस अडडा, जनक बाजार होते हुए तहसील मुख्यालय पर पँहुचे। नारेबाजी करते हुए विहिप नेताओ ने कहा कि आंध्र प्रदेश के तिरूपति बालाजी मंदिर के प्रसादम में चर्बी की मिलावट पर गहरा रोष जताया। विहिप के जिलाध्यक्ष दिग्विजय त्यागी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकारे मंदिरों में चढाये जाने वाले धन को उपयोग विधर्मी लोगो के कल्याण मे करती है। जबकि इस धन का उपयोग मंदिर के विकास व हिन्दू समाज के हित मे किया जाना चाहिए। यह स्थिति स्वतंत्र भारत के 77 वर्षो के इतिहास मे लगातार जारी है। पहले आक्रमणकारी मंदिरों को लूटा करते थे अब सरकारे नियमित रूप से मंदिर की आय की लूट कर रही है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के नेताओ ने राज्यपाल को सबोंधित एक ज्ञापन तहसीलदार को दिया। जिसमे मंदिरो को सरकारी नियिंत्रण से मुक्त करने व तिरूपति मंदिर के प्रसादम मे मिलावट करने वालो के खिलाफ कडी कार्रवाई करने की मांग की गयी है। विहिप नेताओ ने कहा कि मंदिरो के प्रबंधन में गैर हिंदुओं की भागेदारी पर भी अविलंब रोक लगायी जानी चाहिए। विहिप नेताओ ने नवरात्रो के दौरान मांस की दुकानो को बंद कराने की मांग भी की।
इस मौके पर विहिप के विभाग संगठन मंत्री प्रीत बहादुर, बेहट जिलाध्यक्ष नवाब सिंह, जिला मंत्री संदीप सढोली, विभाग सहसंयोजक हरीश कौशिक, मनीष योगाचार्य, राजाराम, अंजु त्यागी, अंबुज शर्मा, आशु बजाज, रवींद्र, दिग्विजय शर्मा, सेंकी, अनिल सुमित, राहुल, आशीष, आकाश आदि उपस्थित रहे।