किसान पिता को प्रताडित करने से तंग पुत्र ने की आत्महत्या, किसानो ने लगाया जाम

किसान पिता को प्रताडित करने से तंग पुत्र ने की आत्महत्या, किसानो ने लगाया जाम

सहारनपुर। थाना बडगांव के शिमलाना गांव में विद्युतकर्मियों व पुलिस द्वारा पिता को प्रताडित करने से तंग पुत्र ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों व सैंकडो ग्रामीणों ने सुबह 7 बजे शव को बडगांव चौराहे पर रखकर जाम लगा दिया। मृतक के परिवार को मुआवजा देने, दरोगा व जेई के खिलाफ मुकदमा कायम करने व दोनों को सस्पेंड करने की मांग करते हुए धरना देकर सडक पर बैठ गये।

जाम की सूचना पर एस पी देहात कई थानों की फोर्स के साथ व दोनो सीओ, एस डी एम रामपुर धरना स्थल पंहुचे लेकिन ग्रामीण कमीशनर व विद्युत विभाग के चीफ को मौके पर बुलाने की मांग पर अड गये। बाद में एडीएमई मौके पर पंहुचे ओर बिजली कर्मचारियों को मौके पर बुलाया। लगभग छ घंटे की जददो जहद के बाद सवा एक बजे जाम खुला।

शिमलाना निवासी मदनसिंह पर लगभग पैंतीस हजार रूपये बकाया होने पर दो दिन पहले बिजली के दो जेई व एसडीओ ने छापा मारा। मदन द्वारा दो दिन का समय मांगा गया तो आरोप है कि विद्युत कर्मियों ने  थाना पर मदन के खिलाफ बकायादार होने का मुकदमा कायम करा दिया। विभाग ने ओर भी कई बकायादार उपभोक्ताओं के खिलाफ मुकदमा कायम कराया था।

रविवार को थाना बडगांव पर तैनात दारोगा कई पुलिस कर्मियों व जेई कई कर्मचारियों को लेकर दोबारा गांव गये ओर लगभग चालीस लोगों से मामला निपटाने के नाम पर पांच-पांच हजार रूपये ले लिए। आरोप है कि मदन घर पर नही था तो उसके पुत्र गुलाब सिंह से पांच हजार रूपये की मांग की इस बात को लेकर गुलाब की जेई व दारोगा से बहस हो गई तथा उन्होने उसे मुकदमे में फंसाने की धमकी देते हुए धक्का मुक्की की।

पुलिस व बिजली कर्मियों की इस प्रताडना से क्षुब्ध गुलाब सिंह ने जहर का सेवन कर लिया। परिजन तुरंत उसे देवबंद चिकित्सालय लेकर गये जहां से उसे मेरठ रैफर कर दिया गया। गुलाब को मेरठ अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां रात में ही उसने दम तोड दिया।

सुबह सात बजे सैंकडो ग्रामीण शव को लेकर कस्बा स्थित महाराणा प्रताप चौक पंहुच गये ओर शव को सडक के बीचो बीच रख व ट्रैक्टर ट्राली आडे-तिरछे खडी कर जाम लगा दिया। सूचना पर भारतीय किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठा पूरण सिंह, किसान यूनियन तोमर व किसान यूनियन अंबावत के कार्यकर्ता भी मौके पर पंहुचे ओर सडक के बीच धरना देकर बैठ गये।

किसानों की मांग थी कि आरोपी जेई व दारोगा के खिलाफ मुकदमा कायम कर पीडित परिवार को पच्चीस लाख रूपये का मुआवजा दिया जाये। जाम लगाने की सूचना पर एसपी देहात विद्यासागर मिश्र, सीओ चौब सिंह, सीओ अजय शर्मा कई थानों की फोर्स व पीएसी लेकर घरना स्थल पंहुच गये। इस बीच कई बार किसानों से वार्ता की गई लेकिन किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पूरणसिंह ने उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग की।

दोपहर लगभग 11 बजे एडीएमई एस.बी. सिंह धरना स्थल पंहुचे। विद्युत विभाग का कोई अधिकारी नही आने से नाराज कुछ युवक तोड-फोड को दौड पडे तो ए.डी.एम. ने फोन कर विद्युत विभाग के एस.डी.ओ. व एस सी मौके पर आये। कई बार वार्ता के बाद भी मामला नही सुलझा तो ग्रामीण भडक गये। बाद में लगभग 1 बजकर 15 मिनट पर  एसडीओ सुधीर कुमार, एस सी पीके सिंह, एडीएमई एसबी सिंह, एसडीएम रामपुर सीपीसिंह, एसपी देहात विद्यासागर मिश्र  द्वारा पांच लाख रूपये का चैक पीएम होने से पहले देने के लिखित देने व बीस लाख मुआवजे की फाईल शासन को भेजने के आशवासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया ओर धरना समाप्त किया।

पुलिस ने शव को पंचनामा भरकर पी.एम. के लिए भेज दिया। इसके बावजूद पूरण सिंह, भाजपा के पूर्व ब्लाक प्रमुख कृष्णकुमार पुंडीर, भाजपा के जिला महामंत्री अजीत सिंह, रणदीप सिंह पुंडीर, शशीबाला पुंडीर, बलाक प्रमुख रिषीपाल सिंह, दर्शननाथ, अरूण राणा, कान सिंह, कुशलपाल सिंह, नवीन त्यागी, जिलाध्यक्ष अजब सिंह, सुनील त्यागी सहित सैंकडों लोग थाना पर पांच लाख रूपये का चैक आने की इंतजार कर रहे हैं।

जाम के दौरान विनोद कुमार, मोहन नेता, बीरपाल, राकेश, राजकुमार, कंवरपाल, अतुल राणा, मनोज कुमार, सुधीर कुमार, ओमबीर, काक्का, श्याम, अमरसिंह, प्रधान, रिषीपाल ठेकेदार, राजपाल सहित काफी ग्रामीण मौजूद रहे।

पुलिस ने किसान को प्रताडित कर मौत के लिए उकसाने के आरोप में थाना पर तैनात एक दारोगा, तीन अज्ञात पुलिस कर्मी व एक जेई के खिलाफ 306 व 506 के तहत मुकदमा कायम किया है।

 

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