मेरठ में नहीं थम रहा मौत का सिलसिला, एक और संक्रमित ने कोविड अस्पताल में दम तोड़ा, कल हुई थी संक्रमण की पुष्टि

मेरठ में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को मेडिकल के कोरोना वार्ड में भर्ती संक्रमित की मौत की पुष्टि हुई है। प्रधानाचार्य डॉ. आर सी गुप्ता ने पुष्टि करते हुए बताया कि टीपीनगर निवासी 55 वर्षीय पदम सिंह में कल ही कोरोना की पुष्टि हुई थी। उन्होंने रविवार को मेडिकल के कोरोना वार्ड में दम तोड़ दिया। इससे पहले शनिवार को दो लोगों की मौत हो गई थी। ये दोनों संक्रमित मसाला कारोबारी और दूसरे शहर के विधायक रफीक अंसारी के फूफा थे।

मेरठ में कोरोना संक्रमित मरीजों की मरने वालों की संख्या 14 हो गई है। पिछले 5 दिन में 7 लोग दम तोड़ चुके हैं। सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि मसाला कारोबारी सुशील बंसल (65) बुढ़ाना गेट निवासी थे। बुखार होने पर शुक्रवार को घर से ही उनका सैंपल लेकर निजी लैब में जांच कराई गई थी, जिसकी रिपोर्ट शनिवार शाम करीब 4:30 पर आई जो कोरोना पॉजिटिव थी।
जैसे ही उन्हें यह जानकारी हुई और पता चला कि स्वास्थ्य विभाग की टीम उन्हें लेने आ रही है तो उन्हें हार्ट अटैक आया और उनकी मृत्यु हो गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम उन्हें भर्ती कराने के लिए एंबुलेंस से लेने उनके घर जाती, इससे पहले ही उनकी मौत की सूचना आ गई। कारोबारी के परिवार के आठ लोगों को क्वारंटीन कर कोरोना की जांच कराई जाएगी।

दूसरी तरफ इस्लामाबाद के 70 वर्षीय अयूब अंसारी की भी मौत हो गई। उन्हें शुक्रवार को कोरोना की पुष्टि हुई थी। वह शहर विधायक रफीक अंसारी के फूफा लगते थे। विधायक रफीक अंसारी का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज में इलाज में लापरवाही बरती गई। उन्होंने तड़प तड़पकर दम तोड़ दिया। वे खुद भी मेडिकल कॉलेज गए थे। लेकिन उन्हें भी वहां अव्यवस्था दिखी। अयूब के एक बेटे चिकित्सक हैं।

इसके अलावा मेरठ में शनिवार को 21 और नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। मृतक राजेश का इलाज करने वाले फिजिशियन भी कोरोना पॉजिटिव निकले। अब जनपद में मरीजों की संख्या 230 हो गई है। जबकि कानपुर में भर्ती मरीज को मिला दिया जाए तो संख्या 231 हो गई है। इनमें 65 लोगों की अस्पताल से छुट्टी हो चुकी है, जबकि 14 लोगों की मौत हो चुकी है।


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