महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड की खुली पोल, परेशान होकर अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष बोले- अब समन-वारंट भेजकर गिरफ्तार करेंगे

महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की बात कही है। उनका कहना है कि फ्रॉड हो रहा है, महाराष्ट्र में जितनी भी भ्रष्टाचारी संस्था हैं, सभी वक्फ बोर्ड में रजिस्टर्ड हैं। वक्फ बोर्ड भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है। उनका कहना है कि महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग समन और वारंट भेज कर वक्फ बोर्ड के पदाधिकारियों को अरेस्ट करने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
प्यारे खान ने बताया कि वक्फ बोर्ड के पास महाराष्ट्र में कुल कितनी जमीन है, कितनी प्रापर्टी है, कितनी संस्थाएं इसमें रजिस्टर्ड है, कौन से जिलों में कितनी जमीन है, हर जिले के हिसाब से कितने संस्थाएं रजिस्टर्ड हैं। महाराष्ट्र अल्पसंख्यक विभाग ने कई बार वक्फ बोर्ड से इसका डिटेल मांगा, लेकिन वक्फ बोर्ड ने अड़ियल रवैया अपनाते हुए एक बार भी इसका जवाब नहीं दिया। अल्पसंख्यक आयोग अब वक्फ बोर्ड के तमाम पदाधिकारी एवं अधिकारियों को समन भेज कर पुलिस से नोटिस भिजवाकर अरेस्ट करने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
वक्फ बोर्ड पर गंभीर आरोप
अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान का कहना है कि वक्फ वोर्ड ने सिर्फ घोटाला ही घोटाला किया है। प्यारे खान ने कहा कि महाराष्ट्र अल्पसंख्यक विभाग को भी पता नहीं है कि वक्फ बोर्ड के पास कितनी जमीन है। वक्फ बोर्ड को पत्र लिखकर यह जानकारी मांगी गई कि महाराष्ट्र में वक्फ बोर्ड के पास कितनी जमीन है, नागपुर में कितनी जमीन है, कितनी संस्थाएं रजिस्टर्ड हैं, लेकिन एक भी पत्र का जवाब वक्फ बोर्ड ने नहीं दिया।
2024 से नहीं दिया जवाब
अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष का कहना है कि महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हो रहा है, फ्रॉड हो रहा है। 2024 में एक पत्र वक्फ बोर्ड को लिखा गया कि कितनी लैंड है, उसका क्या हाल है, किस तरीके का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन उन्होंने इसकी जानकारी नहीं दी। प्यारे खान ने कहा कि अल्पसंख्यक आयोग अब वक्फ बोर्ड को समन भेजेगा, समन के बाद भी नहीं आएंगे तो उनका वारंट निकल जाएगा, उसके बावजूद नहीं आए तो पुलिस उन्हें अरेस्ट करके लाएगी। उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि जितने भी भ्रष्टाचारी संस्था हैं, सभी वक्फ बोर्ड में रजिस्टर्ड हैं, वक्फ बोर्ड भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है। मदरसे मस्जिद वाले काफी परेशान हैं। वक्फ बोर्ड मुसलमानों की भलाई के लिए बनाया गया है, लेकिन कोई काम वहां होता नहीं है, चक्कर काटते रहते हैं, यहां लोगों को पहले से ही भ्रष्टाचार करने की आदत लगी है।
गरीबों की मदद नहीं कर रहा बोर्ड
अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे ने कहा कि वक्फ बोर्ड ने अल्पसंख्यक आयोग के पत्र को गंभीरता से नहीं लिया। बोर्ड के पास जमीन है, उसका मकसद होता है दबे कुचले मुसलमान की सहायता करना, लेकिन वक्फ बोर्ड ने किसी भी गरीब मुसलमान को फायदा नहीं दिया। यह जमीन दी भी गई तो सिर्फ कॉर्पोरेट के लोगों को दी गई है, यदि सही उपयोग होता तो मुसलमान का हाल इतना खराब नहीं होता।