हर्षोल्लास के साथ मनाई गई राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 155वीं एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की 120वीं जयंती

हर्षोल्लास के साथ मनाई गई राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 155वीं एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की 120वीं जयंती
  • सहारनपुर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व  प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को नमन करते जिलाधिकारी।

सहारनपुर। जिलाधिकारी मनीष बंसल की अध्यक्षता में सत्य और अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 155वीं एवं ईमानदारी व सादगी के प्रतिमूर्ति पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की 120 वीं जयंती श्रद्धा, सम्मान एवं हर्षोल्लास के साथ वातावरण मे कलेक्ट्रेट में मनायी गयी।

कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी मनीष बंसल द्वारा प्रात: ध्वज फहराने के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर श्रद्धा के पुष्प एवं माल्यार्पण किया गया। इसके साथ ही अपर जिला अधिकारी (प्रशासन) डॉ. अर्चना द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) रजनीश कुमार मिश्र, नगर मजिस्ट्रेट गजेन्द्र कुमार सहित अन्य सभी प्रशासनिक अधिकारीगणों व कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों एवं अन्य सम्भ्रान्त व्यक्तियों नें महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन करते हुये पुष्प अर्पित किया।

जिलाधिकारी मनीष बंसल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के बारे में जितना कहा जाए उतना कम है। लाल बहादुर शास्त्री जी ने देश को कठिन समय में सही दिशा दिखाई थी और दृढ़ निश्चय के साथ देश को समस्याओं से पार कराया था। खाद्य पदार्थों के संकट के समय उन्होंने देश के प्रधानमंत्री होने पर स्वयं दूध का सेवन छोड़ते हुए और अन्य खाद्य सामग्री में कमी करते हुए देश को संबोधित करते हुए कहा था कि हमें संयम रखते हुए अपने जीवन में बदलाव लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दूसरों पर नियम लागू करने से पहले स्वयं पर लागू करें। दोनों महापुरुषों के जीवन से सीखा जा सकता है कि दूसरों की मदद कैसे करनी है। उनके सिद्धान्तों एवं आदर्शों के व्यहारिक पक्ष को आत्मसात करना ही उनके प्रति हम सबकी सच्ची श्रद्धांजली होगी। उन्होंने गांधी जी के अहिंसात्मक नेतृत्व शैली, विचारधारा, सत्यनिष्ठा, देशभक्ति एवं शास्त्री जी के आत्मबल, दृढ़ विश्वास, सहज, सरल स्वभाव और अदम्य साहस पर प्रकाश डालते हुये उपस्थित लोगों से इन महापुरुषों की जीवन शैली एवं कार्यशैली से सीख लेकर उसे अपनी आदत में शामिल करने हेतु प्रेरित किया।

अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ. अर्चना द्विवेदी ने कहा कि महात्मा गांधी जी की जयंती सम्पूर्ण विश्व में  अहिंसा दिवस के रूप में मनाई जाती है। उन्होंने गांधी जी के स्वदेशी, सत्य अहिंसा और स्वच्छता के संदेश पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बाह्य स्वच्छता के साथ साथ अपने अंतर्मन को भी स्वच्छ रखना जरूरी है। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रजनीश कुमार मिश्र ने महापुरूषों को नमन करते हुए कहा कि समय बीतने के साथ गांधी जी के विचारों की प्रासंगिकता बढ़ती जा रही है। गांधी जी का जीवन एक दर्शन है। नगर मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार ने सुख के सब साथी, दुख में न कोई…..गीत गाने के साथ महापुरुषों के बताए गए मार्ग पर कठिन से कठिन समय में चलने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर श्वेता पांडे एवं डॉक्टर पूर्वा सहित अन्य वक्ताओं ने गांधी जी एवं शास्त्री जी के कार्यों, सिद्धान्तों और उनकी सरल जीवन शैली पर विभिन्न तरीकों, संस्मरणों और उदाहरणों को प्रस्तुत करते हुए अपने विचार व्यक्त किये। जिलाधिकारी द्वारा रविन्द्र कुमार प्रधान सहायक, पारस कुमार, विनोद कुमार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, संजीव कुमार इलेक्ट्रीशियन और संजीव कुमार सफाई कर्मचारी को अपने पदीय एवं शासकीय दायित्वों का निर्वहन पूर्ण लग्न एवं निष्ठा से करने के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।


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