एसपी ने क्रेन से उठवाई महिला इंस्पेक्टर की लग्जरी कार, बोले- नियम सबके लिए बराबर, हुआ बखेड़ा
मेरठ के साकेत में एक महिला इंस्पेक्टर की गाड़ी उठाने पर शनिवार को बखेड़ा हो गया। ट्रैफिक पुलिस ने जैसे ही कार को पुलिस लाइन ले जाने की कोशिश की तो महिला इंस्पेक्टर ने ट्रैफिक सिपाहियों को धमकाना शुरू कर दिया। जिसके बाद आसपास के लोग भी एकत्र हो गए।
शनिवार को दोपहर के समय एसपी ट्रैफिक के सीयूजी नंबर पर कॉल करके सूचना दी गई कि साकेत में एक लग्जरी गाड़ी से रास्ता अवरुद्ध हो रहा है। जिसके बाद ट्रैफिक कंट्रोल रूम को भी सूचना दी गई। जिसके बाद पुलिस लाइन से ट्रैफिक पुलिस की क्रेन साकेत पहुंची और लग्जरी गाड़ी को पुलिस लाइन ले जाने लगी।
इस बीच महिला इंस्पेक्टर वहां पहुंची। उसने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से कहा कि यह गाड़ी भी पुलिस विभाग की है, इस तरह से गाड़ी नहीं उठानी चाहिए। जिस पर महिला इंस्पेक्टर ने एसपी ट्रैफिक को कॉल करके गाड़ी छुड़वाने की गुहार लगाई। वहीं, एक कार्यालय में तैनात इंस्पेक्टर और अन्य पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए।
गाड़ी को जब क्रेन उठा रही थी तो महिला इंस्पेक्टर ने ट्रैफिक पुलिस को धमकाना शुरू कर दिया। इस बीच एक होमगार्ड वीडियो बनाने लगा। पांच मिनट 12 सेकेंड की वीडियो में इंस्पेक्टर कह रहीं हैं कि यहां और भी गाड़ी पार्क होती हैं, गाड़ी कहां पार्क करें।
इस पर ट्रैफिक सिपाही ने कहा कि एसपी ट्रैफिक साहब ने क्रेन भेजी है, जिसके बाद महिला इंस्पेक्टर ने कहा कि मैं भी पुलिस में हूं, अभी एसपी ट्रैफिक को कॉल करती हूं। पूरे प्रकरण में एसपी ट्रैफिक ने वीडियो भी मांगी है।
एक तरफ एसपी ट्रैफिक और अन्य उच्च अधिकारी निर्देश देते हैं कि किसी के दबाव में काम न किया जाए। पुलिसकर्मी नियम तोड़ें तो उन पर भी कार्रवाई की जाए। ऐसे में ट्रैफिक दरोगा, इंस्पेक्टर की यदि गाड़ी उठाई जाती है तो क्रेन पर तैनात सिपाहियों को धमकाया जाता है।
नियम सभी के लिए बराबर
साकेत में गाड़ी उठाने के लिए पुलिस लाइन से क्रेन भेजी गई थी। गाड़ी किसी इंस्पेक्टर की हो या अन्य किसी पुलिसकर्मी की। नियम सभी के लिए बराबर हैं। जुर्माना वसूलकर ही गाड़ी को छोड़ा जाता है। यदि इंस्पेक्टर ने ट्रैफिक पुलिस की प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं तो वीडियो के आधार पर जांच कराई जाएगी। – संजीव वाजपेयी, एसपी ट्रैफिक