शोभित विश्वविद्यालय गंगोह द्वारा ड्रोन तकनीकी पर किसान संगोष्ठी का आयोजन
गंगोह: शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के स्कूल ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड एनवायरमेंटल साइंसेज विभाग ने 13 सितंबर 2024 को सुखेड़ी गांव में “ड्रोन तकनीकी” पर एक विशेष किसान संगोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को ड्रोन तकनीकी के महत्व और इसके फसलों में उपयोग के बारे में जागरूक करना था।
संगोष्ठी की शुरुआत विभागाध्यक्ष डॉ. विकास पँवार ने की, जिन्होंने जैविक खेती और बागवानी के प्राकृतिक तरीकों पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जैविक खाद और प्राकृतिक कीट नियंत्रण के उपायों का उपयोग पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य लाभ, और टिकाऊ विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
डॉ. कमल किशोर और डॉ. महेन्द्रू गौतम ने भी अपने विचार साझा किए। डॉ. किशोर ने ड्रोन तकनीकी के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला, जिसमें खेतों की मैपिंग, इमेजिंग, और फसलों की निगरानी के लिए इसका उपयोग शामिल है। उन्होंने बताया कि ड्रोन तकनीक से न केवल समय की बचत होती है बल्कि फसलों की उपज में भी सुधार होता है। डॉ. गौतम ने मृदा स्वास्थ्य की अहमियत पर चर्चा की और बताया कि मृदा की गुणवत्ता और जैविक गतिविधियों का सही संतुलन कृषि और बागवानी के लिए आवश्यक है।
संगोष्ठी में छात्रों ने भी भाग लिया। अनुव्रत सैनी और विशाल सैनी ने ड्रोन तकनीकी से संबंधित जानकारी साझा की और किसानों को इसके उपयोग के लाभों के बारे में बताया।
शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो. (डॉ.) रणजीत सिंह और कुलसचिव प्रो. (डॉ.) महिपाल सिंह ने संगोष्ठी के सफल आयोजन पर आयोजकों को शुभकामनाएं दीं। कुलसचिव ने कहा कि इस प्रकार की किसान संगोष्ठियों से किसानों और छात्रों को नई तकनीकों और खेती की समस्याओं पर चर्चा का अवसर मिलता है, जिससे वे लाभान्वित होते हैं।