शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में राष्ट्रीय अभियंता दिवस (इंजीनियर्स डे) के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन
गंगोह [24CN] : शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में दिनाँक 15-09-2023 दिन शुक्रवार को राष्ट्रीय अभियंता दिवस (इंजीनियर्स डे) के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह दिवस् प्रतिवर्ष महान इंजीनियर एवं भारत रत्न एवं ब्रिटिश नाइटहुड पुरस्कार से सम्मानित मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस साल राष्ट्रीय अभियंता दिवस “इंजीनियरिंग फॉर ए सस्टेनेबल फ्यूचर ” थीम के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताएँ जैसे: पुरातन छात्रों द्वारा विशेषज्ञ वार्ता, पोस्टर प्रस्तुति, वाद-विवाद प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आदि शामिल रही।
कार्यक्रम का शुभारम्भ शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह, कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह, संस्था के केयर टेकर सूफी ज़हीर अख्तर व शिक्षकगण ने मॉ सरस्वती व बाबू विजेंद्र जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रो.(डॉ.) जसवीर सिंह राणा ने मुख्य अतिथि कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह, कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह, संस्था के केयर टेकर सूफी ज़हीर अख्तर व पुरातन विद्यार्थियों का स्वागत कर की, तत्पश्चात कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने अभियंता दिवस के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसी भी देश के निर्माण में अभियंता की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अभियंता के योगदान के द्वारा ही देश निरंतर आगे बढ़ने के साथ ही तरक्की करता है। इन्हीं अभियंता यानी राष्ट्र निर्माताओं के योगदान को याद रखने, उनको सराहने और उनको सम्मानित करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। साथ ही उन्होंने भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जीवनी पर प्रकाश डाला। संस्था के केयर टेकर सूफी ज़हीर अख्तर ने कहा कि अभियंता न केवल देश के वर्तमान को सवारते है, बल्कि भविष्य के लिए भी नई तकनीकों को खोजते रहते है।
इस अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह ने कार्यक्रम की सफलता के लिए कार्यक्रम के आयोजकों को शुभकामनाये दी और कहा कि एक अभियंता का दूसरे अभियंता के साथ पारस्परिक सहयोग का विशेष महत्व होता है, क्योकि एक क्षेत्र का अभियंता किसी अन्य क्षेत्र के अभियंता के साथ सहयोग कर जटिल से जटिल समस्या का निवारण करता है। कार्यक्रम के अंतिम सत्र में कार्यक्रम संयोजक असिस्टेंट प्रोफेसर शोएब हुसैन ने कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया, जिनमे अर्पित प्रताप, अवदेश सैनी, आयुषी चौधरी, ज्योति शर्मा, प्रथम शर्मा, अर्जुन वर्मा, अनमोल सैनी, साक्षी, स्नेहा आदि छात्र विजेता रहे। कार्यक्रम में डॉ. नवीन कुमार ने मुख्य अतिथि कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह, कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह, संस्था के केयर टेकर सूफी ज़हीर अख्तर व सभी गणमान्यों का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में प्रो.(डॉ.) प्रशांत कुमार, प्रो.(डॉ.) गुंजन अग्रवाल, प्रो.(डॉ.) वरुण बंसल, डॉ. ध्रुव, डॉ. अनिल, अजय शर्मा, हामिद अली, नितिन कुमार, रवि भटनागर, अनिल जोशी, अनूप, शाहनवाज, अंजलि सिंह राणा, रितू शर्मा, अंशिका, सदीप कुमार, कुलदीप चौहान, अहमद, विनोद राठी, महेंद्र वर्मा, गौरव मित्तल, वित्-लेखा अधिकारी जसवीर सिंह, पुष्पेंद्र, मनीष, जसवीर आदि उपस्थित रहे।