संजौली मस्जिद पर शोएब जमई के वीडियो से गरमाई सियासत, बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने

संजौली मस्जिद पर शोएब जमई के वीडियो से गरमाई सियासत, बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने

शिमला: हिमाचल प्रदेश की संजौली मस्जिद एक बार फिर से सियासी चर्चा का केंद्र बन गई है। इस बार AIMIM नेता शोएब जमई के एक वीडियो ने विवाद को जन्म दिया है, जिसमें उन्होंने मस्जिद की ऊंचाई को लेकर सवाल उठाए हैं। वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी ने जमई पर तीखा हमला बोलते हुए प्रदेश सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, हिमाचल सरकार के मंत्री इस वीडियो को एक “भड़काऊ साजिश” का हिस्सा बता रहे हैं।

क्या कहा शोएब जमई ने वीडियो में?

शोएब जमई ने संजौली मस्जिद की ऊंचाई की तुलना आस-पास की इमारतों से करते हुए पूछा, “जब बाकी इमारतों की ऊंचाई भी उतनी ही है, तो मस्जिद को ही अवैध क्यों कहा जा रहा है?” उन्होंने सवाल उठाया कि वैध और अवैध निर्माण का मापदंड कौन तय करेगा, और यह फैसला कोर्ट का होना चाहिए, न कि जनता का। जमई ने कहा, “अगर मस्जिद अवैध है, तो बाकी इमारतों का क्या होगा? 7 हजार अन्य चिन्हित इमारतों का क्या हश्र होगा?”

मस्जिद कमेटी ने शोएब जमई से बनाई दूरी

मस्जिद कमेटी ने जमई के बयान से साफ तौर पर किनारा कर लिया है और उन्हें बीजेपी का एजेंट बताया है। कमेटी ने कहा कि शोएब जमई सिर्फ नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद में आए थे, लेकिन बिना अनुमति के ऊपरी मंजिल पर जाकर वीडियो बना लिया। मस्जिद कमेटी ने साफ कहा कि उन्हें हिमाचल प्रदेश में बाहरी लोगों की राजनीति चमकाने की कोई जरूरत नहीं है। कमेटी ने यह भी कहा कि मस्जिद का मामला पूरी तरह से गैर-राजनीतिक है और किसी भी सियासी हस्तक्षेप की इजाजत नहीं दी जाएगी।

बीजेपी ने शोएब जमई पर की कार्रवाई की मांग

शोएब जमई के वीडियो से बीजेपी में भारी आक्रोश है। पार्टी ने हिमाचल प्रदेश सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने इस घटना को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं, वहीं हिमाचल सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इसे “माहौल बिगाड़ने की कोशिश” करार दिया है। उन्होंने कहा कि संजौली मस्जिद का मामला पहले से ही कोर्ट में लंबित है, ऐसे में इस तरह के बयान देकर जनता को भड़काना ठीक नहीं है।

शोएब जमई ने साधा कांग्रेस और बीजेपी पर निशाना

विवाद बढ़ने के बाद शोएब जमई ने X पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके एक बयान से दोनों पार्टियां घबरा गई हैं। जमई ने लिखा, “क्या कांग्रेस और बीजेपी मुझे चुप कराना चाहती हैं? मैं बाहरी नहीं, बल्कि भारतीय हूं। अगर यह मामला जनहित याचिका तक पहुंचा, तो कई और अवैध निर्माण सवालों के घेरे में आ जाएंगे।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने भी विधानसभा में इस मुद्दे का जिक्र किया था।

संजौली मस्जिद का मामला कोर्ट में लंबित

संजौली मस्जिद का मामला फिलहाल शिमला के कमिश्नर की अदालत में लंबित है। हिंदू संगठनों ने सवाल उठाए हैं कि जब आम नागरिकों को मस्जिद तक जाने की इजाजत नहीं है, तो शोएब जमई वहां कैसे पहुंचे। इस बीच, इस विवाद ने शिमला की सियासत में हलचल मचा दी है, और दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं।


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