अभिभावकों ने की स्कूल खोले जाने की मांग
देवबंद [24CN]: कोरोना की तीसरी लहर में बंद पड़े स्कूलों से अब अभिभावक भी परेशान होने लगे हैं’ अभिभावकों की यह मांग है कि जब बाजार खुले हैं चुनावी बैठके चल रही है शादियां चल रही है तो फिर स्कूलों को क्यों बंद किया जा रहा है अभिभावको ने अविलंब स्कूल खोले जाने की मांग की है।

अभिभावक संघ के नगर अध्यक्ष आरिफ अंसारी ने कहा कि कोरोना काल में सबसे ज्यादा नुकसान बच्चों की शिक्षा का ही हुआ है देश में सब कुछ चल रहा है लेकिन स्कूल बंद है जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए अब हद हो चुकी है और प्रशासन को सरकार तत्काल स्कूल खुलवाए जाने के आदेश दें क्योंकि बच्चों की पढ़ाई का बहुत ज्यादा नुकसान हो चुका है जबकि स्कूलों में फीस बराबर देनी पड़ रही है।

अभिभावक व समाजसेवी राव कारी साजिद ने कहा कि बच्चों की ठीक तरह से पढ़ाई ना होने से अभिभावक बेहद परेशान हैं’ ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चों की शिक्षा स्तर में कोई सुधार नहीं हो रहा है उन्होंने कहा कि पिछले 2 साल में बच्चों की योग्यता में कमी आई है’ अभिभावक इस बात को लेकर बेहद चिंतित हैं उन्होंने कहा कि अब किसी भी बहाने से शासन को स्कूल बंद नहीं करने चाहिए और स्कूलों को तत्काल खुलवा देना चाहिए जिससे कि मां-बाप राहत की सांस ले सकें’

अभिभावक खिलेंद्र कुमार ने कहा कि स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई का बहुत नुकसान हो रहा है कहने के बावजूद भी बच्चे मोबाइल में लगे रहते हैं गेम खेलते रहते हैं और उनको आनलाईन पढाई का भी फायदा होता नही दिख रहा है क्योेंकि बिना स्कूल की पढाई के उनको जब समझ में कुछ नही आयेगा तो वह आनलाईन पढाई से क्या समझ सकते है। कहा कि बच्चों के पिता तो दिन के समय अपने रोजगार पर निकल जाते हैं और घर में बच्चे कुछ पढ़ाई नहीं करते जिससे बच्चों की योग्यता घटती जा रही है। इसलिए सरकार तुरंत स्कूलों के खोलने के आदेश जारी करें।

अभिभावक डा0 शिबली इकबाल व नसीम अल्वी का कहना है कि अगर इसी तरह के हालात रहे तो देश को अच्छे डॉक्टर अच्छे इंजीनियर अच्छे वैज्ञानिक कहां से मिल पाएंगे उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर अब समाप्ति की ओर है। इसलिए बच्चों के भविष्य को ध्यान रखते हुए तत्काल स्कूल कॉलेज खोले चाहिए।