जमीयत उलमा-ए-हिंद के दोनों अध्यक्ष मौलाना अरशद व मौलाना महमूद मदनी ने जताई निंदा

जमीयत उलमा-ए-हिंद के दोनों अध्यक्ष मौलाना अरशद व मौलाना महमूद मदनी ने जताई निंदा
मौलाना अरशद मदनी
  • बोलेः आरोपियों पर हो सख्त से सख्त कार्रवाई

देवबंद [24CN]: राजस्थान के उदयपुर में हुई घटना की जमीयत उलमा-ए-हिंद के दोनों गुटों के अध्यक्षों ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि जमीयत जिस प्रकार देश में किसी भी मॉबलिंचिंग के खिलाफ है, उसी तरह इस तरह के कृत्य को शांति व्यवस्था के लिए खतरनाक मानती है और ऐसे लोगों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करती है।

बुधवार को मीडिया को जारी बयान में मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कानून हाथ में लेने की कतई इजाजत नहीं है यह देश, संविधान और मजहब के खिलाफ है। उन्होंने उदयपुर की घटना को दुखद, गैर इस्लामी व अमानवीय करार देते हुए कहा कि किसी बद-जुबान द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी के चलते जो कुछ हुआ बुरा हुआ। इस तरह की घटनाएं मजहब के खिलाफ हैं और हम इसका विरोध करते हैं।

मौलाना महमूद मदनी

उधर, दूसरे गुट के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने उदयपुर की घटना को मानवता के लिए कलंक बताते हुए कहा कि यह घटना देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती और शर्मनाक है। उन्होंने कहा चाहे कोई भी हत्यारा हो किसी को भी कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। मदनी ने कहा कि जमीयत सभी प्रकार की कट्टरवाद के खिलाफ है और मांग करती है कि ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ उनके धर्म, जाति और जातीयता का बिना ख्याल किए सख्त कार्रवाई की जाए। कहा कि यह बहुत ही निराशाजनक बात है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों का रवैया पक्षपाती है, यही वजह है कि इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हो रही हैं।