‘सुबह की चाय के साथ गौमूत्र, दिन में गोबर खाने के लिए कहेगी बीजेपी’, ममता बनर्जी का तीखा हमला
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और दावा किया कि अगर बीजेपी को सत्ता में आने से रोका नहीं गया तो लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा। कूचबिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार में आने के बाद बीजेपी लोगों के खाने और सोने की आदतों को भी तय करेगी। आपको सुबह की चाय के साथ गौमूत्र और दिन के खाने के साथ गोबर खाने के लिए कहेंगे। इनका फिर से सत्ता में आना हर व्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए खतरा है।
बंगाल की सीएम ने कहा, ”वे (बीजेपी) लोग तय करेंगे कि आप क्या खाएंगे। बीजेपी सुबह की चाय के साथ गौमूत्र पीने और दोपहर के भोजन के साथ गोबर खाने के लिए कहेगी। भाजपा का मकसद लोगों के जीवन में हर पहलू को कंट्रोल करना है। आप क्या खाते हैं, कहां जाते हैं, कितना सोते हैं और किससे मिलते हैं, इसपर भी उनकी नजर रहेगी।” ममता बनर्जी ने दावा किया कि अगर देश के लोकतंत्र और आजादी को बचाना चाहते हैं तो बीजेपी के शासन को हटा दें तभी देश को बचाया जा सकता है। अगर ये पार्टी चुनाव में जीतकर सत्ता में आती है तो फिर देश में कोई चुनाव नहीं होंगे। वे देश में वन लीडर, वन नेशन, वन भाषण और वन भोजन चाहते हैं।
‘पुलिस और सेना को भगवा रंग में रंग दिया है’
ममता ने एक बार फिर बीजेपी पर दंगे भड़काने का आरोप लगाया और कहा कि 17 तारीख (रामनवमी) उनके लिए दंगा करने का दिन है। सीएम ने एक रैली में कहा, “उन्होंने कुछ स्थानों पर पुलिस और सेना को भगवा रंग में रंग दिया है। वह फिर से युद्ध करेंगे और एक और बात वे दंगा भी कर सकते हैं।” ममता ने लोगों से अपील की कि वे दंगे में शामिल ना हों और साथ ही उत्तरी बंगाल में बीजेपी के उम्मीदवार को “गुंडों का सरदार” बताया।
’17 तारीख उनका दंगा करने का दिन’
ममता बनर्जी ने कहा, “सीतलकूची में वह पिछली बार की तरह इस बार भी गोलियां चलाएंगे। मैं अल्पसंख्यक मित्रों को भी बताऊंगी कि क्या वे 17 तारीख को नारा दे रहे हैं। वह उनका दंगा करने का दिन है। मैं चाहती हूं कि उस दिन को एकता दिवस के रूप में मनाया जाए। अगर वे तुम्हें भी गाली देते हैं तो शांत रहो लेकिन उत्तेजित मत होइए। वो दंगा के बहाने एनआईए को मजबूर करना चाहते हैं।”