नई दिल्ली। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को बुधवार देर रात करीब दो बजे अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल से दिल्ली लाया गया। ड्रग्स की सीमा पार तस्करी के एक मामले के सिलसिले में बिश्नोई को गुजरात आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा गुजरात ले जाया गया था। लॉरेंस बिश्नोई को दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा जाएगा। बिश्नोई का गैंग दिल्ली, पंजाब, यूपी, हरियाणा, और राजस्थान समेत कई राज्यों में फैल चुका है।

गुजरात पुलिस की एटीएस एनडीपीएस एक्ट के तहत केस की जांच कर रही थी, जिसके बाद लॉरेंस बिश्नोई को गुजरात पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर अपने साथ ले गई थी। जिसके बाद गुजरात एटीएस को लॉरेंस बिश्नोई की 7 दिन की रिमांड मिली और रिमांड खत्म होने के बाद उसे साबरमती जेल भेज दिया गया था।

अब गुजरात पुलिस लॉरेंस बिश्नोई को वापस दिल्ली की तिहाड़ जेल लेकर आ रही है। इससे पहले लॉरेंस बिश्नोई एनआईए और पंजाब पुलिस की कस्टडी में था।

बता दें कि इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद लॉरेंस बिश्नोई-जितेंद्र गोगी सिंडिकेट के फरार गैंगस्टर को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान योगेश उर्फ हिमांशु के रूप में हुई है और उसे सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया था।

पुलिस के अनुसार, आरोपी दिल्ली के नरेला थाने से संबंधित एक हत्या के प्रयास के मामले में अंतरिम जमानत पर रिहा होने के बाद तीन साल से फरार था।

आरोपी दिल्ली/एनसीआर में हत्या के प्रयास, लूट, डकैती, चोट, आपराधिक धमकी और आर्म्स एक्ट आदि के 16 आपराधिक मामलों में शामिल था और तीन साल से फरार था। अधिकारियों ने यह भी बताया कि आरोपी के कब्जे से एक अर्ध-स्वचालित पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस सहित आग्नेयास्त्र भी बरामद किए गए हैं।

पुलिस ने कहा कि आरोपी के पास से 0.32 बोर की एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि स्पेशल सेल को एक फरार गैंगस्टर के उत्तर-पश्चिम और बाहरी दिल्ली इलाके में होने की सूचना मिली थी।

इसके बाद उसकी गतिविधियों के बारे में और जानकारी जुटाई गई और दो महीने से अधिक के लगातार प्रयासों के बाद, विशिष्ट इनपुट प्राप्त हुआ कि आरोपी सोमवार 22 मई को ब्रिटानिया चौक फ्लाईओवर के पास अपने सहयोगी से मिलने आएगा। पुलिस ने कहा कि एक टीम का गठन किया गया था और आरोपी को पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया गया था।