मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि कर्नाटक माडल को अन्य राज्यों में भी लागू करने की जरूरत है और इसके लिए समान विचारधारा वाली पार्टीयों को साझा न्यूनतम कार्यक्रम (सीएमपी) पर काम करना होगा।

अन्य राज्यों में भी लागू किया जा सकता है कर्नाटक माडल: पवार

शरद पवार मुंबई में अपने आवास पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता डी. राजा से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने भाजपा का विकल्प उपलब्ध कराने पर विचार-विमर्श किया। पवार ने कहा, ‘कर्नाटक विधानसभा चुनावों ने संदेश दे दिया है। हमें अन्य राज्यों में भी कर्नाटक जैसी स्थिति बनाने पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा अन्य राज्यों में समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आना चाहिए और बीजेपी को हराना चाहिए।

‘कर्नाटक में कांग्रेस अपने बलबूते बनीं भाजपा का विकल्प’

उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस अपने बलबूते पर भाजपा का विकल्प बन गई है, लेकिन अन्य राज्यों में समान विचारधारा वाली पार्टियों को साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि हम दोनों मोर्चों (कर्नाटक जैसी रणनीति बनाने और सीएमपी) पर काम करेंगे और हम यह प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं।

राज्य स्तरीय रणनीति बनाई जा सकती है- डी. राजा

इस मौके पर डी. राजा ने भी भाजपा को हराने के लिए आपसी समझबूझ के बारे में बात की। उन्होंने कर्नाटक चुनाव का जिक्र करते हुए कहा, ‘राज्य स्तरीय रणनीति बनाई जा सकती है। अब हम दिल्ली में बातचीत के लिए कुछ समय निकाल सकते हैं। भाजपा को हराया जा सकता है और वह 2024 का लोकसभा चुनाव व राज्य (महाराष्ट्र) का चुनाव हारेगी। यह मिथक टूट गया है कि पार्टी (भाजपा) अजेय है।’

2024 में पेश करेंगे संयुक्त चुनौती: जयंत पाटिल

राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने रविवार को कहा कि कर्नाटक में भाजपा की पराजय से महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी (एमवीए) को बल मिला है और वह छोटी पार्टियों को साथ लेकर 2024 में सत्तारूढ़ दल को संयुक्त चुनौती देगी।

महाराष्ट्र में एमवीए लोगों का विश्वास जीतेगा- पाटिल

शरद पवार के आवास पर एमवीए की बैठक में हिस्सा लेने के बाद पाटिल ने पत्रकारों से कहा कि लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले एमवीए के घटक दल सीटों के तालमेल का फार्मूला तैयार कर लेंगे। बैठक में शिवसेना यूबीटी के नेता उद्धव ठाकरे और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले समेत एमवीए के नेताओं ने हिस्सा लिया। पाटिल ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि कर्नाटक की तरह महाराष्ट्र में एमवीए लोगों का विश्वास जीतेगा और ज्यादा मजबूती से काम करेगा।’