जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के शिविर में दिव्यांजन को राइट आॅफ पर्सन विद डिस्एवलिटी एक्ट की दी जानकारी
सहारनपुर [24CN] । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव/न्यायिक अधिकारी (वरिष्ठ) श्रीमती सुमिता ने कहा कि भारत का प्रत्येक नागरिक संविधान अनुच्छेद-14 के कानून की नजर में सभी व्यक्ति समान है। संविधान समानता को मौलिक अधिकार को प्रत्याभूत करता है। प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह शारीरिक रूप से सक्षम हो या अक्षम उन सभी को समान रूप से मौलिक अधिकार प्राप्त है। दिव्यांगजनों का सशक्तीकरण का पहला कदम है उनके प्रति हमारे समाज का तथा उनका स्वंय का नजरिया सम्मानपूर्ण हो, उनके प्रति तिरस्कार/बेचारगी का भाव न रखें। दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण व सुरक्षा देने की दृष्टि से वर्ष 1995 एवं वर्ष 2016 में राइट आॅफ पर्सन विद डिसएवलिटी एक्ट 2016 बनाया गया। जिसका मकसद दिव्यांगजनों को ससम्मान, सुरक्षा के साथ जीवन देना।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश श्री सर्वेश कुमार के मार्गदर्शन में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्राप्त निर्देशों के अनुक्रम में सचिव श्रीमती सुमिता आज यहां विश्व दिव्यांगजन दिवस पर बचपन डे केयर सैन्टर हकीकत नगर में दिव्यांगजन हेतु विधिक साक्षरता शिविर को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि राइट आॅफ पर्सन विद डिसएवलिटी एक्ट 2016 में 7 प्रकार की अक्षमता का विस्तार करके 21 प्रकार की अक्षमता का वर्गीकरण किया गया है, जिसमें एसिड अटैक की सर्ववाईवर भी शामिल है। दिव्यांगजनों को शिक्षा का, सुरक्षा का, स्वास्थ्य पोषण का, रोजगार व पुर्नवासन के अवसर प्राप्त करने की जरूरत है उन्हे जानने की और उनका लाभ उठाने की । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को ओर से प्रत्येक कमजोर/जरूरतमंद तबके के बच्चो, महिला, दिव्यांग व बुर्जुग को निशुल्क विधिक सहायता दी जाती है जो सतत जारी है। साथ ही मध्यस्थता केन्द्र में पारिवारिक, वैवाहिक मुकदमों का वैकल्पिक/सुलह समझौते कीे तकनीको से निपटारा कराया जाता है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का मकसद जागरूकता फैलाना ताकि आमजन अपने आपको कानून द्वारा सुरक्षित कर सके।
जिला दिव्यांगजन एवं सशक्तीकरण अधिकारी श्री अभय कुमार श्रीवास्तव ने दिव्यंगजनों को पेंशन आदि की योजना के बारें में बताया तथा जिला विकास अधिकारी श्री मंशाराम यादव ने भी सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में सचिव द्वारा प्रशासन के सहयोग से दिव्यांगजनों को बेल किट, मूकबधिर बच्चो को श्रवण यन्त्र व एक दिव्यागं को व्हील चेयर प्रदान की गयी।