PM मोदी के ‘महापैकेज’ पर उद्योग जगत बोला, अब हम बनेंगे भरोसेमंद वैश्विक ताकत

PM मोदी के ‘महापैकेज’ पर उद्योग जगत बोला, अब हम बनेंगे भरोसेमंद वैश्विक ताकत

 

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया महापैकेज का ऐलान, उद्योग जगत बोला- वक्त की मांग थी
  • उद्योग जगत ने कहा, कोरोना जैसी महामारी के बीच अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में मिलेगी मदद
  • पैकेज के ऐलान के बाद आनंद महिंद्रा ने भी किया ट्वीट, बोले- आज अच्छे से सो तो नहीं पाऊंगा

नई दिल्ली
उद्योग जगत ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की 20 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज (Economic Package India) की घोषणा समय की जरूरत थी। उद्योग मंडलों का कहना है कि इससे कोरोना वायरस महामारी और उसकी रोकथाम के लिए लागू पाबंदियों से प्रभावित अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार में मदद मिलेगी। यही नहीं, आर्थिक वृद्धि को नई गति मिलेगी। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को 20 लाख करोड़ रुपये के वित्तीय पैकेज की घोषणा की, जो देश की जीडीपी का 10 प्रतिशत है।

आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया, ‘पीएम का कार्पे डियम (सीज द डे) भाषण यह था, जीने के प्रयास के नजरिये को अवसर में बदलते हुए उसे ताकत का रूप दे दिया जाए। हमें कल (बुधवार) पता चलेगा कि यह परिवर्तन 1991 की तर्ज पर होगा या नहीं। मुझे ऐसा लगता है कि आज रात अच्छे से नींद नहीं आएगी।’

‘…तो वृद्धि के रास्ते पर आएगा भारत’
वित्तीय पैकेज के बारे में पीएम मोदी ने कहा, ‘सरकार के हाल के निर्णय, रिजर्व बैंक की घोषणाओं को मिलाकर यह पैकेज करीब 20 लाख करोड़ रुपये का होगा जो देश के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 10 प्रतिशत है।’ वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जल्दी ही इसके बारे में विस्तार से जानकारी देंगी। उद्योग मंडल सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने जमीन, श्रम, नकदी और कानून को सरल बनाने के बारे में बात की, हम उसकी सराहना करते हैं। ये अर्थव्यवस्था के लिए प्रमुख चुनौती है। इन चार क्षेत्रों में सुधारों से संकट की इस घड़ी में आर्थिक वृद्धि को नई गति मिलेगी।’ फिक्की की अध्यक्ष संगीता रेड्डी ने कहा कि पांच आधार…अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा, व्यवस्था, जनसंख्या और मांग को मजबूत करने से भारत फिर से सतत वृद्धि के रास्ते पर आएगा।’

‘अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती’
संगीता रेड्डी ने यह भी कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जब पैकेज की रूपरेखा की घोषणा करेंगी, गरीबों और जरूरतमंदों, एमएसएमई और उद्योग तथा आम लोगों की जरूरतों का समाधान होगा। भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जमीन, श्रम और नकदी पर जोर की जरूरत है।’ एसोचैम और नारेडको के अध्यक्ष डॉ. निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि यह पैकेज अर्थव्यवस्था को गति देगा। उन्होने कहा, ‘यह सचमुच एक सराहनीय पैकेज है… इसकी प्रतीक्षा थी इससे अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।’

‘हम बनेंगे भरोसेमंद वैश्विक ताकत’
एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा, ‘भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पांच बुनियाद को मजबूत बनाने से हम एक भरोसेमंद वैश्विक ताकत बनेंगे….।’ उन्होंने कहा, ‘आर्थिक पैकेज के साथ कृषि, कराधान, बुनियादी ढांचा, मानव संसाधन और वित्तीय प्रणाली में सुधारों से निवेशक आकर्षित होंगे और मांग को बढ़ाने में मदद मिलेगी। मेक इन इंडिया निवेश आकर्षित करने के लिहाज से मुख्य उत्प्ररेक होगा…।’

‘तेज हो जाएंगी आर्थिक गतिविधियां’
पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स ऐंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष डीके अग्रवाल ने कहा, ‘इस मौके पर प्रोत्साहन पैकेज समय की जरूरत है। इससे अर्थव्यवस्था की बुनियाद को मजबूती मिलेगी और आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी।’ सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चरर्स ने उम्मीद जताई कि जब वित्त मंत्री पैकेज की बारीकियों की घोषणा करेंगी, देश के वाहन उद्योग की मदद के लिए एक केंद्रित पैकेज का ऐलान करेंगी।

पीएम नरेंद्र मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन, जानें मुख्य बातें

पीएम नरेंद्र मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन, जानें मुख्य बातेंप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकैज की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पांच पिलर पर खड़ा होगा जो अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा, आबादी, लोकतंत्र और आपूर्ति श्रृंखला हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं स्पेशल आर्थिक पैकेज की घोषणा करता हूं जो आत्म निर्भर भारत अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।’ 20 लाख करोड़ रुपये का यह विशेष आर्थिक पैकेज भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 प्रतिशत है।