नकुड तहसील क्षेत्र के गांवो में नहीं हट रहे तालाबो से अवैध कब्जे
- रानीपुर में गंदा पानी मुख्य सडक पर भरा
- बाधी में उच्च न्यायलय के आदेश भी नहीं हटवा पाये तालाब से कब्जे
नकुड [इंद्रेश त्यागी]। तालाबो से अवैध कब्जे हटवाने के सरकार व शासन के तमाम दावो के बावजूद नकुड तहसील मे तालाबो से अवैध कब्जे हटने का नाम नहीं ले रहे है। तहसील प्रशासन की लचर व्यवस्था व भ्रष्टाचार के चलते तालाब अवैध कब्जाधारियो के लिये आसान टारगेट बन गये है।
तहसील क्षेत्र के ग्राम रानीपुर अह0 में खसरा नंबर 610 व 611 मि0 व 614 मि0 नंबरो में कुल 1.269 है0 यानि करीब 19 बीघा तालाब दर्ज है। गांव में इतना बडा तालाब होने के बावजूद गांव की मुख्य सडक पर एक फुट तक गांव का गंदा पानी भरा हुआ है। गंदा पानी सडक पर ही नहीं भरा है, बल्कि सडक के आसपास की भूमि भी गंदे पानी से लबरेज है। गंदे पानी की गंदगी में पनप रहे लारवा, परजीवी गांव में संक्रामक बिमारियो का कारण बन रहे है। गांव के बलेंद्र सिंह, देवी सिंह, विनोद कुमार, सतीश कुमार व जबर सिंह आदि का कहना है कि हद तो यह है कि थोडी सी बारिश होने पर गंदा पानी घरो में घुस जाता है।
ग्रामीणो ने 7 जून को उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर तालाब से अवैध कब्जे हटवाने तथा उसकी खुदायी कराने की गुहार लगायी, पंरतु उपजिलाधिकारी इतना समय नंही निकाल पायी कि रानीपुर की इस विकट समस्या का समाधान कर पाती। परेशान ग्रामीणो ने मुख्यविकास अधिकारी से मिलकर उन्हे अपनी समस्या से अवगत कराया। पंरतु समाधान फिर भी नंही निकला।
शनिवार को ग्रामीणो ने सपूर्ण समाधान दिवस मे एक बार फिर मुख्यविकास अधिकारी से मिले। मुख्य विकास अधिकारी ने ग्रामीणो को समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया। अब देखना होगा कि मुख्य विकास अधिकारी का आश्वासन प्रशासनिक तालाब से अवैध कब्जा हटवापाता है या पूर्व की भांति तहसील की लालफिताशाही का शिकार हो जाता है।
दुसरा उदाहरण तहसील क्षेत्र का बाधी गांव है। यंहा तो इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश भी तालाब से अवैध कब्जे नही हटवा पाये है। ग्रामीणो की तमाम भागदौड व अधिकारियो के आदेश तहसील प्रशासन की मेज तक पंहुचते-पहुचते दम तोड देते है। इस तालाब पर कुछ भूमाफियाओ ने पक्के घर तक बना लिये है। पंरतु तहसील प्रशासन तालाब से अतिक्रमण हटाने के बजाये आंकडो की बाजीगरी दिखाकर शासन को गुमराह करता रहा। यही हाल तहसील क्षेत्र के ग्राम कुल्हेडी का भी है।