‘मंदिरों में शक्ति होती तो न आते गजनवी और गोरी’, समाजवादी विधायक ने सीएम योगी पर भी कसा तंज

‘मंदिरों में शक्ति होती तो न आते गजनवी और गोरी’, समाजवादी विधायक ने सीएम योगी पर भी कसा तंज
कौशांबी। सपा के मंझनपुर सीट से विधायक व राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज का एक विवादित बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पार्टी कार्यालय में आंबेडकर जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने भारत के मंदिरों को शक्तिहीन बताया।इंद्रजीत सरोज ने कहा, अगर भारत के मंदिरों में ताकत होती तो मोहम्मद गोरी व महमूद गजनवी न आया होता और इस देश को लूटने का काम न किया होता। उन्होंने मुख्यमंत्री पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर ताकत है तो जनता के मंदिर में। जहां बाबा अपना मंदिर छोड़कर जनता के मंदिर पर विराजमान हैं। हेलीकॉप्टर पर चढ़ने का काम कर रहे हैं।

तीन मिनट 15 सेकेंड के वीडियो में उन्होंने कहा कि जब रामायण, महाभारत, गीता और रामचरितमानस की रचना की गई, उस समय भारत में शूद्रों को पढ़ने का अधिकार नहीं था। अगर आप पढ़ने की कोशिश करते तो आंखें फोड़ दी जाती।

अगर आप सुनने की कोशिश करते तो शीसा पिघलाकर कान में डाल दिया जाता। अगर आप जीभ से उच्चारण करते तो जीभ काट ली जाती। यह व्यवस्था थी भारत में।उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व के काल में शूद्रों को सार्वजनिक रास्तों में चलने की इजाजत नहीं थी। जो चलता था उसे गले में हंड़िया बांधना पड़ता था। उसी में थूकना पड़ता था। यह अगर किस्सा कहानी लग रही हो तो अभी एक पिक्चर जारी हुई है, महात्मा ज्योतिबा राव फूले की, उसे देख लेना। यही सारी व्यवस्थाओं के बारे में उसमें दिखाया गया है, जो भारतीय जनता पार्टी के लोगों को खराब लग रहा है।


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