Hathras Case News: थ्री लेयर की कड़ी सुरक्षा से परेशान बूलगढ़ी गांव का पीड़ित परिवार, मामला पहुंचा हाई कोर्ट

Hathras Case News: थ्री लेयर की कड़ी सुरक्षा से परेशान बूलगढ़ी गांव का पीड़ित परिवार, मामला पहुंचा हाई कोर्ट

प्रयागराज । हाथरस के बूलगढ़ी गांव में पीड़ित परिवार अब थ्री लेयर सुरक्षा से परेशान है। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने परिवार की सुरक्षा काफी मुस्तैद कर दी है। घर पर सीसीटीवी कैमरा लगाने के साथ ही पीड़ित परिवार के हर सदस्य की सुरक्षा में दो-दो पुलिसकर्मी तैनात हैं। इसके साथ ही घर के बाहर पीएसी का पहरा भी है। इतनी सुरक्षा परेशानी का सबब बनने पर पीडि़त परिवार राहत के लिए हाई कोर्ट पहुंचा है।

हाथरस के पीड़िता परिवार को यूपी सरकार ने थ्री लेयर सुरक्षा दी है। अब इसी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर परिवार परेशान हो गया है। पीड़िता के परिवार की ओर से एक सामाजिक कार्यकर्ता ने हाई कोर्ट में अर्जी देकर राहत दिलाने की मांग की है। इस अर्जी में कहा गया है कि अत्यधिक सुरक्षा और पुलिस-प्रशासन की बंदिशों की वजह से परिवार घर में कैद होकर रह गया है। अर्जी में परिवार को लोगों से मिलने-जुलने और अपनी बात खुलकर कह सकने की छूट देने की मांग की है।

कोर्ट के आदेश पर योगी आदित्यनाथ सरकार ने पीड़िता के परिवार की सुरक्षा का पुख्ता बंदोबस्त किया है। हाथरस में पीडि़ता के घर पर बुधवार को ही मेटल डिटेक्टर और सीसी कैमरे लगाए गए। वहां चौबीसों घंटे पुलिस की तैनाती की गई है। परिवार के हर सदस्य की सुरक्षा में दो-दो पुलिसकर्मी तैनात हैं।

मेटल डिटेक्टर घर के एंट्री प्वॉइंट पर लगाया गया है जहां हर आने-जाने वाले का नाम और पता दर्ज किया जा रहा है। घर के बाहर कई स्थानों पर सीसी कैमरे भी लगाए गए हैं। व्यवस्था के तहत कहीं पर भी जाने से पहले पीड़िता के परिवार को सुरक्षाकर्मी को जानकारी देना जरूरी है। परिवार की सुरक्षा के अलावा गांव में तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती भी की गई है।

हाथरस के एसडीएम ने कहा कि यह सारी व्यवस्था परिवार की सहमति से की गई है लेकिन सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र कुमार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा है कि वहां पर पुलिस -प्रशासन की बंदिशों के चलते पीड़ित परिवार घर में कैद सा होकर रह गया है। बंदिशों के चलते तमाम लोग मिलने नहीं आ पा रहे हैं। परिवार किसी से खुलकर अपनी बात नहीं कह पा रहा है। सरकारी अमला घर से बाहर नहीं निकलने दे रहा है।

अर्जी में कहा गया कि इंसाफ पाने के लिए पीड़ित परिवार से बंदिशें हटना जरूरी है। सुरेंद्र कुमार ने दावा किया कि उन्होंने पीड़ित परिवार की तरफ से अर्जी दाखिल की है। उन्हेंं फोन कर पीड़ित परिवार ने उनकी तरफ से अर्जी दाखिल करने और कोर्ट से दखल देने की मांग करने की की है। उन्होंने इस मामले की सुनवाई शीघ्र करने की मांग की।