निर्मलायतन भवन में विशालकाय जिन मंदिर का होगा निर्माण

नानौता के हाईवे पर स्थित निर्मलायतन में धातु और रत्नों से निर्मित जिन प्रतिमा होगी विराजमान
विश्व की सबसे ऊंची पुष्पदंत भगवान की प्रतिमा पहले से ही है यहां विराजमान
श्री दिगंबर जैन गुरु तीर्थ निर्मलायतन भवन में होगा भव्य कार्यक्रम
जैन आचार्य 108 श्री नयन सागर जी महाराज के सानिध्य में संपन्न होगा कार्यक्रम
नानौता। नगर के हाईवे पर स्थित श्री दिगंबर जैन गुरु तीर्थ निर्मलायतन भवन में जिन मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। जिसका शिलान्यास आगामी 12 मई को होगा। यह कार्यक्रम जैन आचार्य 108 श्री नयन सागर जी महाराज के सानिध्य में संपन्न होगा।
दिल्ली-सहारनपुर मार्ग स्थित श्री गुरुतीर्थ निर्मलायतन भवन में पत्रकारों से बातचीत में जैन आचार्य 108 श्री नयन सागर जी महाराज ने बताया कि नगर नानौता स्थित निर्मलायतन भवन में विशालकाय जैन मंदिर का निर्माण होने जा रहा है, जिसका शिलान्यास आगामी 12 मई को होगा। मंदिर में तीन वेदी, तीन शिखर सहित पाषाण, धातु एवं रत्नों से निर्मित जिन प्रतिमा होंगी। वहीं, इस मंदिर के निर्माण कार्य के बाद नानौता नगरी में भी दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे, जिसका निश्चित ही यहां के लोगों को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि जैन धर्म के अलावा भी कई अन्य धर्मों के लोग भी यहां श्रद्धाभाव से दर्शन हेतु आते हैं। इस विशालकाय जिनमंदिर निर्माण के बाद क्षेत्र के लोगों को तो इसका दर्शन लाभ होगा ही, साथ ही आसपास के क्षेत्र को भी इसका विशेष लाभ पहुंचेगा। निर्मलायतन भवन में स्थित कलश मंदिर में पहले से ही चमत्कारी प्रभु मल्लीनाथ की मूर्ति विराजमान है, नए बनाए जा रहे जिनमंदिर में धातु एवं रत्नों से निर्मित प्रतिमाएं स्थापित की जाएगी।
जैन आचार्य ने बताया कि आगामी 12 मई सोमवार को कार्यक्रम सुबह 6 बजे से शुरू होगा और शाम 6.30 बजे गुरुभक्ति एवं आरती के साथ संपन्न होगा। कार्यक्रम का शुभारंभ अभिषेक एवं शांतिधारा के साथ होगा। जिसके बाद ध्वजारोहण, मंगलाचरण, चित्र अनावरण, दीप प्रज्ज्वलन, शास्त्र भेंट, अतिथि सम्मान, शिलान्यास(नींव पूरण विधि) आदि किए जायेंगे।