पूर्व सीएम कल्याण सिंह की हालत गंभीर, सांस लेने में परेशानी के कारण वेंटिलेटर पर किया गया शिफ्ट

- Kalyan Singh Health Update उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के स्वास्थ्य की स्थिति बिगड़ गई है। बुधवार को सांस लेने में परेशानी होने के कारण उनको वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया है। वह लखनऊ के एसजीपीजीआइ में भर्ती हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के स्वास्थ्य की स्थिति बिगड़ गई है। बुधवार को सांस लेने में परेशानी होने के कारण उनको वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया है। लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआइ) से मिली जानकारी के अनुसार क्रिटिकल केयर मेडिसिन के गहन चिकित्सा कक्ष (आइसीयू) में विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में उनका उपचार चल रहा है।
एसजीपीजीआइ के डॉक्टरों के अनुसार शनिवार से पूर्व सीएम व वरिष्ठ भाजपा नेता कल्याण सिंह की तबीयत चिंताजनक बनी हुई है। सोमवार की रात उनकी तबीयत अधिक बिगड़ने के बाद से परिवार के लोगों को भी अस्पताल बुला लिया गया है। हालांकि मंगलवार को कई जांचों के बाद डाक्टरों ने उनके शरीर के सभी रासायनिक पैरामीटर आंशिक नियंत्रित होने की बात कही है। इसके बावजूद उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
एसजीपीजीआइ के निदेशक प्रो. डॉ. आरके धीमन ने बताया कि दो-तीन दिनों से पूर्व सीएम कल्याण सिंह का बीपी अनियंत्रित हो रहा था। सांस में तकलीफ के साथ यूरिन संक्रमण व अन्य इन्फेक्शन भी थे, जिसकी दवाएं चलाई जा रही हैं। सोमवार की अपेक्षा मंगलवार को पैरामीटर आंशिक रूप से बेहतर हुए, लेकिन जिस तेजी से सुधार होना चाहिए, वह नहीं हो पा रहा है। अब भी उन्हें नॉन इनवेसिव वेंटिलेटर पर रखा गया है। सीसीएम कार्डियोलाजी, नेफ्रोलाजी, न्यूरोलाजी व एंडोक्रिनोलाजी के विशेषज्ञ उनके स्वास्थ्य की निगरानी रख रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को तीन जुलाई के देर रात लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया था, जहां से हालत गंभीर होने के बाद चार जुलाई की शाम संजय गांधी पीजीआइ में शिफ्ट किया गया। उनको पीजीआइ के सीसीएम (क्रिटिकल केयर मेडिसिन) डिपार्टमेंट के आइसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) में भर्ती किया गया है। कल्याण सिंह का हालचाल लेने के लिए लगातार पार्टी के वरिष्ठ नेता पहुंच रहे हैं। तीन बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जा चुके हैं और उनके इलाज की लगातार निगरानी कर रहे हैं।