जम्मू: कटड़ा से जम्मू जा रही यात्रियों से भरी चलती बस में नोमाई के पास अचानक धमाका हुआ और उसमें आग लग गई। इस भीषण हादसे में एक मासूम समेत चार यात्रियों की झुलस कर मौत हो गई है। जबकि 22 यात्री झुलसने से जख्मी हो गए हैं। इनमें से चौदह को कटड़ा के नारायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी का इलाज कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर में चल रहा है। धू-धू कर जलती बस की आग को बुझाने में दमकल कर्मियों और पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। घटनास्थल से अस्पताल तक अफरातफरी मची हुई है। बस में सवार बचे यात्री अपने स्वजनों की हालत जानने के लिए बदहवास हो रहे हैं।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार बस नंबर जेके14/1831 यात्रियों को भरकर कटड़ा से चली। अभी वह करीब एक-डेढ़ किलोमीटर ही आगे बढ़ी होगी कि बस में अचानक धमाका हुआ और देखते ही देखते बस आग के गोले में तब्दील हो गई। यह सब इतना जल्दी हो गया कि बस में सवार यात्रियों को भागने का मौका नहीं मिल सका। घटनास्थल पर चीखपुकार मच गई। कटड़ा से दमकल कर्मी, पुलिस दल और एंबुलेंस को बुलाया गया। बहुत मुश्किल से बस में सवार सभी यात्रियों को निकाला गया।

जब तक आग को नियंत्रित कर यात्रियों को वहां से निकाला गया, तब तक एक बच्चा समेत चार यात्रियों की झुलसकर मौत हो चुकी थी और 22 यात्रियों को एंबुलेंस में डालकर पहले कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में पहुंचाया गया। वहां से चौदह यात्रियों की गंभीर हालत को देखते हुए कटड़ा स्थित नारायणा अस्पताल शिफ्ट किया गया। घटना स्थल नोमाई से लेकर अस्पताल तक अफरातफरी मची हुई है। मृतक और घायल कहां-कहां के रहने वाले हैं, अभी इसकी पूरी जानकारी सामने नहीं आई है।

बहरहाल, रियासी के एसएसपी अमित गुप्ता कह रहे हैं कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बस के इंजन के पास से धुआं उठने के बाद तेजी से आग भड़की। इस मामले की जांच की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ बस में सवार यात्री कह रहे हैं कि बस में जोरदारा धमका हुआ और देखते ही देखते आग लग गई। कुछ लोगों का कहना है कि अगर पहले धुआं उठा होता तो चालक बस को रोक कर सभी यात्रियों को निकाल दिया होता, लेकिन यहां किसी को भागने का मौका ही नहीं मिला।

मृतकों के आश्रितों को 50-50 हजार रुपये देगा जिला प्रशासन : हादसे की जानकारी मिलते ही डीसी रियासी बबीला रकवाल अस्पताल पहुंची। उन्होंने घायलों का हाल जाना और डाक्टरों को निर्देश दिया कि इलाज में कोई कोताही नहीं बरती जाए। उन्होंने मृतक के परिवार को जिला प्रशासन की तरफ से 50-50 हजार रुपये की राहत राशि देने की घोषणा की। इस दौरान पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने बस में धमाके की बात तो स्वीकारीं, लेकिन कहा कि फ्यूल टैंक में अधिक गर्मी की वजह से धमाका हुआ होगा। अगर वैसा ब्लास्ट होता तो पहले बस की छत उड़ती। यह भी कहा एफएसएल की टीम ने मौके से सबूत जुटाया है। जांच रिपोर्ट आने पर हादसे के कारणों का पता चल जाएगा।