मानव बम जैसे हैं दिल्ली से लौटने वाले तबलीगी जमात के लोग: फडणवीस

मानव बम जैसे हैं दिल्ली से लौटने वाले तबलीगी जमात के लोग: फडणवीस
हाइलाइट्स
  • देवेंद्र फडणवीस ने दिल्ली से लौटे तबलीगी जमात के लोगों को ‘मानव बम’ करार दिया
  • पूर्व मुख्यमंत्री ने मरकज में शामिल हुए लोगों का पता लगा उनकी जांच करने की मांग की
  • महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 1100 पार हो चुका है जबकि 72 की मौत हो चुकी
  • मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुंबई में 90 फीसदी मरीजों का तबलीगी जमात से कनेक्शन

मुंबई
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पिछले महीने दिल्ली के तबलीगी जमात के निजामुद्दीन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने वालों को ‘मानव बम’ करार दिया जो बड़ी आबादी में संक्रमण फैला सकते हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने मरकज में शामिल होने वाले लोगों का पता लगा उनकी जांच करने की मांग की।

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात के बाद बुधवार को जारी वीडियो संदेश में फडणवीस ने कहा, ‘नई दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में कोरोना वायरस से संक्रमित होकर आए लोग ‘मानव बम’ जैसे हैं। वे बड़ी आबादी को संक्रमित कर सकते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘यह जरूरी है कि इन लोगों का पता लगाया जाए और इलाज किया जाए।’

सरकार के मुताबिक तबलीगी जमात के मरकज में शामिल होकर विभिन्न राज्यों में लौटे लोगों की वजह से कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में वृद्धि हुई। महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 1100 पार हो चुका है जबकि 72 की मौत हो चुकी है। इसी के साथ महाराष्ट्र पूरे देश में सबसे अधिक कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों वाला राज्य बन गया है।

मुंबई के अस्पतालों में 90 फीसदी मरीजों का जमात से संबंध

अकेले मुंबई शहर ही कोरोना का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बना हुआ है यहां अकेले लगभग 700 कोरोना संक्रमित मरीज हैं और करीब 40 की मौत हो चुकी है। केंद्र सरकार के अनुसार, तबलीगी जमात के आयोजन के चलते पूरे देश में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। मुंबई की झुग्गी-झोपड़ियों में जमात के कनेक्शन के चलते कोरोना वायरस का प्रसार हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुंबई के अस्पतालों में 90 फीसदी मरीजों का तबलीगी जमात से कनेक्शन सामने आया है।

आदतें बदलेंगे तभी कोरोना से बच पाएंगे: डॉक्टर

आदतें बदलेंगे तभी कोरोना से बच पाएंगे: डॉक्टरकोरोना वायरस के मामले देश में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि आखिर इसका फैलना रुक क्यों नहीं रहा। डॉक्टरों का मानना है कि इसके पीछे वो सालों पुरानी आदते हैं जिन्हें लोग बदल नहीं पा रहे हैं। डॉक्टर रवि मलिक ने बताईं कुछ ऐसी ही आदतें जिन्हें अगर बदल लिया जाए तो काफी हद तक कोरोना वायरस के इन्फेक्शन से बचा जा सकता है।

 

Jamia Tibbia