फडणवीस ने हेगड़े के ‘40,000 करोड़ के लिए CM’ बयान को सिरे से खारिज किया

फडणवीस ने हेगड़े के ‘40,000 करोड़ के लिए CM’ बयान को सिरे से खारिज किया
  • महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपनी ही पार्टी के सांसद अनंत हेगड़े के बयान को किया खारिज
  • हेगड़े ने दावा किया था कि फडणवीस 40,000 करोड़ रुपये बचाने के लिए 80 घंटे के लिए सीएम बने थे
  • फडणवीस ने कहा कि जिन्हें सरकारों के अकाउंटिंग की समझ है, उन्हें पता है कि पैसे इस तरह नहीं दिए-लिए जाते
  • फडणवीस ने उद्धव ठाकरे सरकार से सच्चाई सामने लाने के लिए पूरे मामले की जांच कराने की भी मांग की है

मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने बारे में कर्नाटक से बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े के उस दावे को सिरे से खारिज किया है कि वह 40,000 करोड़ रुपये बचाने के लिए 80 घंटे तक सीएम बने थे। हेगड़े के बयान को शिवसेना ने तुरंत लपकते हुए इसे ‘महाराष्ट्र के साथ गद्दारी’ करार दिया था। यही वजह रही कि फडणवीस ने अपनी ही पार्टी के सांसद के बयान को खारिज करने में तनिक भी देरी नहीं की। इतना ही नहीं, उन्होंने उद्धव ठाकरे सरकार से मांग की कि वह इसकी जांच कर सच को जनता के सामने लाए।

बयान पूरी तरह गलत, एक पैसा भी केंद्र को नहीं लौटाया
देवेंद्र फडणवीस ने हेगड़े के बयान पर सोमवार को कहा, ‘पूरी तरह से गलत है, मैं इसको सिरे से नकारता हूं। ऐसी कोई भी घटना घटी नहीं है। मूल रूप से जो बुलेट ट्रेन है वह केंद्र सरकार की एक कंपनी के तहत तैयार हो रही है, जिसमें महाराष्ट्र सरकार का काम केवल लैंड एक्विजिशन का है। इसलिए महाराष्ट्र सरकार के पैसे देने का कोई सवाल ही नहीं उठता। वैसे भी चाहे वो बुलेट ट्रेन हो या कोई और चीज हो तो केंद्र सरकार ने न महाराष्ट्र सरकार से पैसा मांगा और न महाराष्ट्र सरकार ने कुछ दिया। इसलिए बिलकुल गलत तरह का यह बयान है। बिलकुल गलत तरह की खबर है।’

जिन्हें सरकारों के अकाउंटिंग की समझ, उन्हें पता है ऐसा नहीं होता
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम ने कहा कि जिन्हें केंद्र और राज्य सरकार के अकाउंटिंग सिस्टम की समझ है, उन्हें पता है कि इस तरह पैसा न दिया जाता है न लिया जाता है। उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र सरकार का बुलेट ट्रेन में रोल केवल लैंड एक्विजिशन का है। बुलेट ट्रेन ही क्या किसी भी चीज के लिए महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र को एक नया पैसा भी वापस नहीं किया है। जब मैं मुख्यमंत्री था या कार्यवाहक मुख्यमंत्री था, ऐसे किसी भी समय ऐसा कोई भी मेजर पॉलिसी डिसिजन मैंने नहीं लिया है। इसलिए यह बिलकुल गलत बयानबाजी है जिसे मैं सिरे से नकारता हूं। जिसको केंद्र सरकार और केंद्र सरकार के अकाउंटिंग सिस्टम की समझ है, उन्हें पता है कि इस तरह से न पैसा लिया जाता है न दिया जाता है। मैं बिल्कुल स्पष्ट तौर पर कहता हूं कि सरकार और वित्त विभाग भी इसकी जांच करके इसके बारे में सच क्या है, उसे जनता के सामने लाए। इस प्रकार की गलतबयानी और अगर कोई इस तरह का बयान देता है तो उस पर रिएक्शन देना भी गलत है।’

क्या कहा था हेगड़े ने?
दरअसल, बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े ने कहा है, ”आप सभी जानते हैं कि महाराष्ट्र में हमारा आदमी 80 घंटे के लिए मुख्यमंत्री बना। फिर फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया। उन्होंने यह ड्रामा क्यों किया? क्या हम यह नहीं जानते थे कि हमारे पास बहुमत नहीं था और फिर भी वह सीएम बने। हर कोई यह सवाल पूछ रहा है। वहां मुख्यमंत्री के नियंत्रण में केंद्र के 40 हजार करोड़ रुपये थे। वह जानते थे कि यदि कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना की सरकार सत्ता में आ जाती है तो वे विकास के बजाए रकम का दुरुपयोग करेंगे। इस वजह से यह पूरा ड्रामा किया गया। फडणवीस मुख्यमंत्री बने और 15 घंटे में केंद्र को 40 हजार करोड़ रुपये वापस कर दिए गए।’

हेगड़े के ‘खुलासे’ पर भड़की शिवसेना
अनंत हेगड़े के इस कथित खुलासे पर शिवसेना की बेहद तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे ‘महाराष्ट्र के साथ गद्दारी’ करार दिया है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने ट्वीट किया, BJP सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने कहा है कि 80 घंटे के लिए मुख्यमंत्री बनकर देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के 40,000 करोड़ रुपये को केंद्र को दे दिया? यह महाराष्ट्र के साथ गद्दारी है।

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