जिलाधिकारी ने गर्मी व लू के प्रकोप से बचने के लिए जारी की एडवाइजरी

जिलाधिकारी ने गर्मी व लू के प्रकोप से बचने के लिए जारी की एडवाइजरी
  • सहारनपुर में एडवाइजरी जारी करते जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र।

सहारनपुर। जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने गर्मी के मौसम में लू के प्रकोप से जनसामान्य को बचाने के लिए एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी में लोग कुछ सावधानियां अपनाकर स्वयं को और अपने परिवार को गर्मी व लू के प्रकोप से सुरक्षित रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में चाहे इंसान हो या पशु या फिर कोई पालतू जानवर सभी को विशेष देखभाल की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि बच्चों व बुजुर्गो का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाए।

उन्होंने बताया कि मौसम विभाग की ओर से जारी की गयी एडवाइजरी के अनुसार आगामी दिनों में दैनिक तापमान में तेजी से वृद्धि होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। हीट वेव (लू) असामान्य रूप से उच्चतम तापमान की अवधि है जब तापमान सामान्य तापमान से अधिक दर्ज किया जाता है। वर्तमान समय में जनपद में परिस्थितिया हीट वेव (लू) के अनुकूल बनी हुई है। उच्च आद्रता तथा वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण उच्च तापमान लोगों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाईड्रेशन) और ऐंठन की शिकायत होने लगती है जिसके कारण लोगों को किसी गंभीर समस्या होने की संभावना बढ़ जाती हैं। हीट वेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलायें, बीमार मजदूर झोपड पट्टी में रहने वाले गरीब, दुर्बल एवं निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होते है। इसके अतिरिक्त हीट वेव (लू) ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों, जंगलों, जल संसाधनों, कृषि एवं पशुपालन, स्वास्थ्य तथा विद्युत आपूर्ति आदि को भी प्रभावित करता है। लू के प्रकोप से बचाव हेतु क्या करें….. कड़ी धूप में विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से 03 बजे के बीच बाहर जाने से बचें। हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपडे पहनें।

धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपडे, टोपी या छाता का उपयोग करें। पर्याप्त और नियमित अन्तराल पर पानी पीतें रहें। सफर में पीने का पानी हमेशा साथ में रखें। खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओ.आर.एस. घोल, नाारियल का पानी, लस्सी, चावल का पानी, नीबू का पानी, छांछ, आम का पना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमाल करें। 6-रेडियो, टीवी और समाचार पत्रो के माध्यम से स्थानीय मौसम एवं तापमान की जानकारी रखें। कमजोरी, चक्कर आने या बीमार महसूस होने पर तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करें। अपने घर को ठंडा रखे, और पर्दे, शटर आदि का इस्तेमाल करे। रात में खिडकियां अवश्य खुली रखे। घर की निचली मंजिल पर रहने का प्रयास करें।

लू के प्रकोप से बचाव हेतु क्या न करें….. बच्चों एवं पालतू जानवरों को खडी कार में अकेला न छोडें, वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते है जो बच्चों के लिये घातक हो सकती है। भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें। उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें। शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें क्यो कि ये शरीर को निर्जलित करतें हैं। दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घर को हवादार बनाये रखने के लिये खिडकी व दरवाजे खुले रखें।


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