Delhi AQI Today: सांसों पर फिर मंडराया प्रदूषण का साया, NCR के कई इलाके सांस लेने लायक नहीं; जहरीली हो गई दिल्ली की हवा

Delhi AQI Today: सांसों पर फिर मंडराया प्रदूषण का साया, NCR के कई इलाके सांस लेने लायक नहीं; जहरीली हो गई दिल्ली की हवा

Delhi Pollution AQI Today दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने दीवाली पर दिल्ली में 31 जगहों पर ध्वनि प्रदूषण का आकलन किया। इनमें सात सायलेंस जोन आठ आवासीय क्षेत्र 11 कमर्शियल और पांच औद्योगिक क्षेत्र शामिल रहे। इस दौरान नजफगढ़ में सबसे कम और करोल बाग में सबसे ज्यादा स्तर दर्ज किया गया। नजफगढ़ में सबसे कम ध्वनि प्रदूषण 53.7 डेसीबल रहा जबकि करोल बाग में सबसे अधिक 84.5 रहा।

नई दिल्ली। दिवाली के बाद दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण फिर से बढ़ गया है। एक दिन की हुई बरसात से जहां लोगों को राहत मिली थी, वही फिर सांसों पर संकट मंडराता दिख रहा है। एक तरफ जहां दिवाली के बाद हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में आ गई। वहीं एनसीआर के प्रमुख शहरों में हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ में शामिल हो गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 450 पर आ गया है। आनंद विहार में एक्यूआई 360, आरके पुरम में 422, पंजाबी बाग में 415 और आईटीओ में 432 रहा। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ साथ कोहरा भी छाने लगेगा।

नजफगढ़ में सबसे कम, करोल बाग में सबसे ज्यादा रहा ध्वनि प्रदूषण

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने दीवाली पर दिल्ली में 31 जगहों पर ध्वनि प्रदूषण का आकलन किया। इनमें सात सायलेंस जोन, आठ आवासीय क्षेत्र, 11 कमर्शियल और पांच औद्योगिक क्षेत्र शामिल रहे। इस दौरान नजफगढ़ में सबसे कम और करोल बाग में सबसे ज्यादा स्तर दर्ज किया गया। नजफगढ़ में सबसे कम ध्वनि प्रदूषण 53.7 डेसीबल रहा जबकि करोल बाग में सबसे अधिक 84.5 रहा।

पिछले वर्ष की तुलना में इस बार हर जगह बढ़ा प्रदूषण

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के एक विश्लेषण के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में लगभग सभी वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों ने पिछले वर्ष की तुलना में दीवाली के दिन प्रदूषण स्तर में वृद्धि दर्ज की गई। डीपीसीसी की रिपोर्ट के अनुसार, दीवाली (रविवार) को दिल्ली की 24 घंटे की औसत पीएम10 सांद्रता 430 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर थी, जो पिछले साल 322 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक है और 2021 में 748 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है। शहर में 24 घंटे की औसत पीएम2.5 सांद्रता 314 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई, जबकि पिछले साल यह 217 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और 2021 में 607 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी।

डीपीसीसी के आंकड़ों से पता चला है कि अलीपुर, पटपड़गंज, नजफगढ़, कर्णी सिंह शूटिंग रेंज और ओखला को छोड़कर, सभी स्टेशनों (कुल 24) में 2022 की तुलना में 2023 में पीएम10 की सांद्रता में वृद्धि देखी गई। इससे पता चला कि श्री अरबिंदो मार्ग, विवेक विहार और कर्णी सिंह शूटिंग रेंज को छोड़कर सभी स्टेशनों पर पीएम2.5 की सांद्रता में वृद्धि देखी गई। डीपीसीसी ने कहा कि अमोनिया, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, ओजोन और बेंजीन सहित सभी गैसीय प्रदूषक निर्धारित मानकों के भीतर पाए गए।


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