यमुना का पानी पीने से दो श्रद्धालुओं की मौत, 25 की हालत बिगड़ी

यमुना का पानी पीने से दो श्रद्धालुओं की मौत, 25 की हालत बिगड़ी

बरसाना से शरूराधारानी ब्रज 84 कोसी परिक्रमा के दौरान हसनपुर के निकट यमुना नदी का पानी पीने से दो श्रद्धालु की मौत हो गई जबकि 25 की हालत बिगड़ गई। इन्हें नौहझील, वृंदावन और कोसीकलां के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। प्रशासन ने यमुना के पानी का नमूना लेने के साथ ही पदयात्रा के पड़ाव स्थल पर उपलब्ध खाद्य पदार्थों का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा है।

मान मंदिर से चली परिक्रमा में हरियाणा के महरौली से अलीगढ़ के जैदपुरा क्षेत्र जाते वक्त रस्से के सहारे यमुना नदी पार करते वक्त कई श्रद्धालुओं ने नदी का पानी पी लिया था। उनकी हालत बिगड़ी तो उन्हें आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इनमें से दस श्रद्धालु नौहझील के अस्पताल में भर्ती कराए गए।

इनमें पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी रामकृष्ण सरकार (69) की मंगलवार देर रात मौत हो गई जबकि बुधवार को 24 परगना निवासी शांति पात्रा (60) ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। बुधवार को  25 और यात्रियों को नौहझील, कोसीकलां और वृंदावन के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। असम निवासी महिला पदयात्री चिरुपाल 40 वर्ष की हालत गंभीर बनी हुई है।

यमुना जल से किया आचमन, खाए दाल-चावल और पत्ता गोभी की सब्जी
वृंदावन। ब्रज चौरासी कोस की पदयात्रा में शामिल पदयात्री असम निवासी तोथी कलादास, पश्चिमी बंगाल निवासी यमुना बाई, जबलपुर निवासी बाबूलाल का कहना है कि होडल के हसनपुर गांव के निकट रात विश्राम के पश्चात मंगलवार प्रात: 7 बजे यमुना जल का आचमन किया। इसके पश्चात तीन चार किलोमीटर पैदल यात्रा की, फिर दाल-चावल, पत्ता गोभी की सब्जी खाई थी। उसी के बाद से उल्टी और दस्त की बीमारी लग गई, जो कि बंद होने का नाम नहंी ले रही है।

फूड पॅायजनिंग हुई है। यह अभी नहीं कहा जा सकता कि सिर्फ  दूषित पानी या सिर्फ  खाने से ही पदयात्री बीमार हुए हैं। इस मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मंगलवार को 6 बीमार पदयात्री आए थे। बुधवार आज 17 और बीमार पदयात्री आए हैं।
डॉ. केके गुप्ता, सीएमएस वृंदावन


विडियों समाचार