कोरोना: अमेरिका में बढ़ती मौतें, पसरा सन्नाटा…फिर भी जल्द लॉकडाउन खोलना चाहते हैं ट्रंप

हाइलाइट्स
- अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप करीबी ने कहा, मुझे काम पर जाने में भी लगता है अब डर
- कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका में लगातार बढ़ रही है मरने वालों और संक्रमितों की संख्या
- संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बावजूद डॉनल्ड ट्रंप जल्द से जल्द लॉकडाउन खोलना चाहते हैं
- लॉकडाउन खोलने पर आ सकती है बड़ी तबाही! विशेषज्ञों के आंकड़े सुन हो जाएंगे होश फाख्ता
वॉशिंगटन
अमेरिका का राष्ट्रपति भवन वाइट हाउस (White House) इन दिनों कोरोना वायरस (coronavirus in America) का हॉटजोन बना हुआ है। यहां राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और उपराष्ट्रपति माइक पेंस के करीबी कुछ लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसकी वजह से राष्ट्रपति के एक करीबी ने यह भी बयान दिया कि उन्हें काम पर जाने में डर लग रहा है। कोरोना वायरस टास्क फोर्स (Coronavirus Task Force) के सदस्य, जिसमें सीडीसी और एफडीए के हेड (ये टॉप एजेंसियां इस महामारी की रोकथाम में लगी हुई हैं) शामिल हैं। उन्हें खुद को क्वारंटीन में रखना पड़ा है। वे एक ऐसे शख्स के संपर्क में आए थे, जिसमें इस महामारी के लक्षण तो नहीं थे लेकिन वह कोरोना पॉजिटिव था।
इसी तरह से दो टॉप मिलिटरी जनरल भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। सेनेट हेल्थ कमिटी का भी एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव था। इसकी वजह से कमिटी को विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करनी पड़ी। इन सब खतरों के बावजूद शीर्ष नेतृत्व इस बात का दबाव बना रहा है कि जल्द से जल्द बिजनस को खोल दिया जाए ताकि इकॉनमी को पुनर्जीवित किया जा सके। हालांकि, इस तरह से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी आ सकती है। ट्रंप ने सोमवार को एक ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने कहा था, ‘कोरोना मामलों से संक्रमित लोगों की संख्या में अब कमी देखी जा रही है। बहुत तेजी से सुधार देखा जा रहा है। हमारी कोशिशों की सभी ने बहुत प्रशंसा की है।’
ट्रंप का 24 घंटे का सिड्यूल पूरी तरह पैक
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अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क पोस्ट ने ट्रंप के सहयोगियों के हवाले से बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए डोनाल्ड ट्रंप का पूरा सिड्यूल पैक रहता है। इससे पहले यह दावा किया जाता था कि कोरोना से जंग के कमांडर इन चीफ डोनाल्ट ट्रंप अपना दिन केवल टीवी कवरेज देखते हुए और फ्राई खाते हुए निकाल रहे हैं। व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप हर वक्त काम करते रहते हैं।
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अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने बताया कि ट्रंप प्रतिदिन कोरोना महामारी को लेकर करीब 60 फोन कॉल करते हैं। उधर, व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टॉफ मार्क मेअडोस ने कहा, ‘मैं आपसे कह सकता हूं कि नए चीफ ऑफ स्टॉफ के मेरी सबसे बड़ी चिंता यह है कि राष्ट्रपति को जल्द से जल्द खाना खिलाना सुनिश्चित किया जा सके।’ ट्रंप के फोन करने का सिलसिला सुबह 6:30 बजे से शुरू हो जाता है।
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मेअडोस ने बताया कि हाल ही में राष्ट्रपति ट्रंप ने उन्हें रात को 3 बजकर 19 मिनट पर फोन किया। मैं उम्मीद नहीं कर रहा था कि इतनी रात को उनका फोन आएगा और सो रहा था। उन्हें खाने के लिए भी समय नहीं मिल पा रहा है। पिछले 5 सप्ताह से मैंने उन्हें 10 मिनट भी फुर्सत में नहीं देखा। व्हाइट हाउस के ही एक अन्य अधिकारी ने कहा कि ट्रंप लंच नहीं कर पा रहे हैं। कई बार तो उन्हें लंच करने के लिए मात्र 10 मिनट का समय मिलता है।
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टीवी देखने और हैमबर्गर खाने के आरोप पर ट्रंप ने खुद ही ट्वीट करके कहा था, ‘मैं सुबह जल्दी उठ जाता हूं और देर रात तक काम करता हूं।’ कोरोना वायरस संकट को देखते हुए ट्रंप ने खुद को व्हाइट हाउस में ही कैद कर लिया है। हालांकि वह रोजाना प्रेस ब्रीफिंग करते हैं। हालांकि उनके कार्यस्थल पर टीवी चैनल चलता रहता है। हालांकि इस काम के दौरान वह अपना पसंदीदा डायट कोक पीना नहीं भूलते हैं। ईस्टर के दिन जब दुनिया छुट्टी मना रही थी, उस दिन ट्रंप रूस और सऊदी अरब में ऑयल डील करा रहे थे। एक अधिकारी ने कहा कि हम ट्रंप को केवल काम, काम और काम करते हुए देखते हैं लेकिन उनके खिलाफ नकरात्मक कवरेज से हम निराश हैं।
विशेषज्ञों की यह बात होश उड़ा देगी
अमेरिका में कोरोना के मामलों को देखा जाए तो यहां रविवार तक इस महामारी से 80 हजार लोग मारे जा चुके हैं। ऐसे में दुनिया में मरने वाले लोगों में हर तीसरा व्यक्ति अमेरिका का है। हालांकि, रविवार को प्रतिदिन मौतों की संख्या में कमी देखी गई है यह 803 हो गया। एक अप्रैल के बाद यह दूसरा मौका है जब आंकड़ा 1000 से नीचे चला गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अमेरिका लॉकडाउन खोलने के खतरे को उठाता है तो अगस्त तक मृतकों की संख्या बढ़कर 1 लाख 35 हजार तक पहुंच सकती है।
वुहान में जब फिर से दिखा कोरोना
इन सबके बीच इस बात पर भी गौर करना जरूरी है कि वुहान इस महामारी का ग्राउंड जीरो था। यहां पर कोरोना के मामले खत्म होने के बाद जब लॉकडाउन खोला गया तो वहां फिर से महामारी के असर को देखा गया। यही नहीं, शंघाई में दुनिया का एक डिज्नीलैंड है, इसे महामारी की वजह से तीन महीने बाद फिर से खोला गया है।
एक कार्यक्रम के दौरान कही यह बात
इन तमाम परिस्थितियों को देखते हुए अमेरिका में इकॉनमी को खोलने की कोशिशों के बीच बहुत डर है। राष्ट्रपति के करीबी सलाहकार केविन हैजेट ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि उन्हें काम पर जाने में भी डर लगता है। यहीं नहीं, इस बात की भी जानकारी सामने आई है कि नैशनल गार्ड ब्यूरो के चीफ जोसेफ लेंग्येल और नैवी के टॉप एडमिरल माइकल गिल्डाव भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।
COVID-19: ट्रंप का दावा, मास्क पहन गए थे हनीवेल प्लांट के दौरे परअमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप N-95 मास्क बनाने की एक फैक्ट्री का दौरा करने के लिए पहुंचे। इस दौरे पर विवाद इसलिए खड़ा हो गया क्योकि ट्रंप ने पूरी फैक्ट्री का दौरा बिना मास्क पहने किया। ट्रंप 2 महीने बाद व्हाइट हाउस से बाहर आए थे और अरिजोना के फोनिक्स राज्य के हनीवेल प्लांट का दौरा करने पहुंचे थे। हालांकि अरिजोना से लौटते हुए उन्होंने मास्क पहन लिया था। अब ट्रंप ने यह दावा किया है की उन्होंने मास्क पहना था और यह विवाद बेबुनियाद है।