हरियाणा विधानसभा चुनाव में कई बड़े नेताओं को करारी हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सहित कई प्रमुख नेता अपनी-अपनी सीटों पर हार गए हैं। इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला और भाजपा के भव्य बिश्नोई भी हारने वालों में शामिल हैं। मंगलवार को घोषित चुनाव परिणामों में भाजपा ने सत्ता विरोधी लहर को नजरअंदाज करते हुए लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की तैयारी कर ली है। इस चुनावी दंगल में कई बड़े चेहरे अपनी सीट बचाने में नाकाम रहे।
अभय चौटाला अपने गढ़ में हुए परास्त
हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदयभान को होडल सीट से भाजपा उम्मीदवार हरिंदर सिंह ने हराया। वहीं, हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को पंचकूला सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार चंद्र मोहन ने शिकस्त दी। इसी तरह, हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और जननायक जनता पार्टी (JJP) नेता दुष्यंत चौटाला भी अपनी उचाना कलां सीट से हार गए। इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के कद्दावर नेता अभय चौटाला को उनके गढ़ ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र में पराजय का सामना करना पड़ा।
भव्य बिश्नोई भी हारे
आदमपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार चंद्र प्रकाश ने भाजपा के भव्य बिश्नोई को हराया। भव्य बिश्नोई, पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पोते हैं और उन्होंने 2022 के आदमपुर उपचुनाव में यह सीट जीती थी।
सैनी सरकार के 8 मंत्री भी हारे
हरियाणा भाजपा के कई बड़े नेताओं और मंत्रियों को भी इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, बादली से भाजपा उम्मीदवार ओपी धनखड़, और INLD के दिग्विजय चौटाला प्रमुख हारने वाले नेताओं में शामिल हैं। नायब सिंह सैनी सरकार के 10 में से 8 मंत्री अपनी-अपनी सीट हार गए। इनमें असीम गोयल, सुभाष सुधा और कंवर पाल प्रमुख हैं।
हालांकि, हरियाणा के केवल दो मंत्री, राज्यमंत्री महिपाल ढांडा (पानीपत ग्रामीण) और कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा (बल्लभगढ़) चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं।