औरंगाबाद मसले पर कांग्रेस ने दी शिवसेना को नसीहत, कहा- नाम बदलने से नहीं होगा विकास

मुंबई : महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार ‘औरंगाबाद’ शहर का नाम बदलकर संभाजीनगर करने का ऐलान कर चुकी है. सरकार के इस कदम का सहयोगी कांग्रेस विरोध कर रही है. कांग्रेस नेता और उद्धव सरकार में मंत्री बाला साहेब थोरात ने एक बार फिर दोहराया है कि उनकी पार्टी औरंगाबाद शहर का नाम बदलने के कदम का विरोध करती है.
बात करते हुए मंत्री बाला साहेब थोरात ने कहा कि महाराष्ट्र में एमवीए (MVA) सरकार एक पार्टी द्वारा नहीं बनाई गई थी. गठबंधन के तीनों सहयोगियों की सरकार चलाने की जिम्मेदारी है. यह तीन दलों द्वारा गठित सरकार है. हमारे न्यूनतम साझा कार्यक्रम में स्थानों के नाम बदलने का कोई उल्लेख नहीं है.
कांग्रेस नेता थोरात ने यह भी कहा कि पार्टी को लगता है कि लोगों की प्रगति और विकास, नाम बदलकर नहीं लाए जा सकते. हालांकि, उन्होंने बीजेपी नेताओं के आरोपों का खंडन किया कि गठबंधन सहयोगियों के बीच दरार है.
आपको बता दें कि 6 दिसंबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार से छत्रपति संभाजी महाराज के नाम पर औरंगाबाद हवाई अड्डे का नाम बदलने की अधिसूचना जारी करने का आग्रह किया था.
वहीं, इस मसले पर बीजेपी नेता राम कदम ने कहा, “बीजेपी और महाराष्ट्र के लोगों के दबाव के बाद मुख्यमंत्री अपने ट्वीट में औरंगाबाद से पहले संभाजीनगर रखने के लिए मजबूर हुए. यह महाराष्ट्र के लोगों की बड़ी जीत है. हम शिवसेना से पूछना चाहते हैं कि क्या उनकी ओर से यह राजनीतिक नौटंकी है या फिर वे पूरे दिल से बदलाव लाना चाहते हैं.”
बीजेपी नेता ने शिवसेना की मंशा पर भी सवाल उठाया और कहा, “जब वे राज्य में बीजेपी के साथ थे तब वे औरंगाबाद मसले पर गहरी नींद में थे.”