मुख्य विकास अधिकारी ने किया पीएम किसान लाभार्थी संतृप्तीकरण अभियान के अन्तर्गत आयोजित शिविर का औचक निरीक्षण
- सहारनपुर में ग्राम पंचायत कोटा में आयोजित शिविर का निरीक्षण करते सीडीओ विजय कुमार।
सहारनपुर। मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत जनपद में समस्त पात्र कृषकों को संतृप्तीकरण अभियान के उद्देश्य से बलियाखेड़ी विकास खण्ड की ग्राम पंचायत कोटा एवं ग्राम पंचायत बोहडूपुर में आयोजित शिविरों का औचक निरीक्षण किया। स्थलीय निरीक्षण में प्रस्तुत अभिलेखानुसार पाया गया कि ग्राम कोटा में कुल 688 लाभार्थी है जिसमें से 251 कृषक अवशेष बचे है जिसमें से 41 कृषक अपात्र की श्रेणी में आते है व 85 कृषक बाहरी है।
शिविर में 30 कृषकों के डाटा को दुरूस्त किया गया जिसमें से 18 कृषकों के एनपीसीआई नम्बर होने के कारण इण्डियन पोस्टल पैमेंट बैंक में मौके पर खाता खुलवाया गया। 4 कृषकों की जमीन पोर्टल पर अपलोड करने हेतु रिकार्ड प्राप्त हुये। 4 कृषकों की ई-केवाईसी करायी गयी। इसके उपरान्त भ्रमण में यह देखा गया कि जहां पर कृषकों के पात्र अंतर्गत कैंप ग्राम सचिवालय में लगाया गया है वह गांव से अधिक दूरी पर है जिस कारण प्रत्येक ग्राम का व्यक्ति कैंप में नहीं पंहुच पा रहा है। मौंके पर उपस्थित उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया गया कि भविष्य में येाजनान्तर्गत लगाये जाने वाले कैंप ग्राम के मध्य में लगाये जाएं जहां पर सभी पात्र कृषक उपस्थित हो सके। साथ ही कैंप लगाये जाने से पूर्व में ग्राम में योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए ताकि कोई पात्र व्यक्ति योजना से वंचित न रहे।
उपरोक्त के अतिरिक्त ग्राम कोटा में ही निरीक्षण के दौरान उपकृषि निदेशक के दूरभाष पर शिकायत प्राप्त हुई कि ग्राम बोहडूपुर में लगभग 130 कृषक उपस्थित है, किंतु लेखपाल श्री अनुराग सिंह द्वारा उनका योजनान्तर्गत लैंड सीडिंग के फार्म जमा नहीं किया जा रहा है। तत्पश्चात ही मुख्य विकास अधिकारी द्वारा उक्त शिकायत का संज्ञान लेते हुए स्वयं ग्राम बोहडूपुर में पंहुच कर किसान लाभार्थी कैंप का स्थलीय औचक निरीक्षण किया। स्थलीय निरीक्षण में देखा गया कि कैंप में काफी संख्या में कृषक मौजूद रहे। मौके पर उपस्थित लेखपाल प्रकरण के संबंध में जानकारी ली गयी तो उनके द्वारा प्रकरण में अनभिज्ञता व्यक्त की गयी।
लेखपाल से जानकारी ली गयी कि उक्त योजनान्तर्गत जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आहूत कार्यशाला में प्रतिभाग किया गया तो उनके द्वारा अवगत कराया गया कि वें कार्यशाला में नहीं गये। वे उक्त दिवस पर अवकाश पर थे। जिससे स्वत: ही स्पष्ट होता है कि संबंधित लेखपाल को उक्त योजनान्तर्गत कोई जानकारी नहीं है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा उपजिलाधिकारी देवबन्द से संबंधित लेखपाल की उक्त दिवस के अवकाश पर होने संबंधी जांच कराने के निर्देश दिये गये। उन्होंने ग्राम बोहडूपुर में काफी संख्या में मौजूद कृषकों को योजना की जानकारी दी और सभी पात्र कृषकों को आश्वासन दिया कि कृषकों की जो भी समस्या है उनका निस्तारण आज कैंप पर ही किया जायेगा।
कैंप पर मौजूद समस्त स्टाफ को निर्देश दिये कि कैंप पर उपस्थित सभी पात्र कृषकों की जो भी समस्या है उनका निस्तारण आज ही कराया जाए और उसके बाद ही कैंप बन्द किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि इस प्रकार की शिकायत पुन: मिलती है तो संबंधित के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जायेगी। निरीक्षण के समय उप कृषि निदेशक द्वारा कैंप में लैंड सीडिंग के 35, ओपन सोर्स के 04 एवं एनपीसीआई के 02 फार्मों का डाटा दुरूस्त किया गया।
निरीक्षण के समय उप कृषि निदेशक डॉ. राकेश कुमार, कृषि विभाग के कर्मचारी मुकेश कुमार, राजस्व विभाग से विकास कुमार, लेखपाल, पंचायत विभाग से ग्राम सचिव, ग्राम प्रधान, इण्डियन पोस्टल विभाग के कर्मचारी एवं ग्राम के कृषक उपस्थित रहे।