भाजपा में महानगर मंडल अध्यक्ष को लेकर छिड़ी वर्चस्व की जंग, 15 मंडलों के अध्यक्ष घोषित 

भाजपा में महानगर मंडल अध्यक्ष को लेकर छिड़ी वर्चस्व की जंग, 15 मंडलों के अध्यक्ष घोषित 

भाजपा के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया के तहत शुक्रवार शाम महानगर के 16 मंडलों में से 15 के अध्यक्ष और जिला प्रतिनिधि घोषित कर दिए। इनमें अधिकांश नए चेहरे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की खींचतान के चलते शास्त्रीनगर मंडल की सूची नहीं जारी हो सकी। वहीं जिले की सूची भी अभी तक अटकी है।

कैंट विधानसभा क्षेत्र के कंकरखेड़ा मंडल में अशोक सबलोक अध्यक्ष और सहसंरपाल को जिला प्रतिनिधि बनाया गया है। पल्लवपुरम मंडल में जयवीर राणा अध्यक्ष और दिनेश शर्मा जिला प्रतिनिधि, छावनी मंडल में विशाल कनौजिया अध्यक्ष और अंकित सिंघल जिला प्रतिनिधि, पटेल नगर मंडल में बलराज गुप्ता अध्यक्ष और अजय जैन जिला प्रतिनिधि, गंगानगर मंडल में मुकेश धस्माना अध्यक्ष और सुमित बंसल जिला प्रतिनिधि और मुल्तानगर मंडल में अमित तोमर अध्यक्ष और अनुराग मित्तल जिला प्रतिनिधि बनाए गए हैं।

नगर मंडल में प्रवीण शर्मा को दोबारा अध्यक्ष बनाया गया है। कुलदीप वाल्मीकि जिला प्रतिनिधि बने हैं। महाराजा अग्रसेन मंडल में मोहित गोयल अध्यक्ष और सतेंद्र कुमार जिला प्रतिनिधि, फूलबाग मंडल में नरेश गुप्ता अध्यक्ष और जितेंद्र शर्मा जिला प्रतिनिधि, ब्रह्मपुरी मंडल में संजय शर्मा अध्यक्ष और अमित गुप्ता जिला प्रतिनिधि बनाए गए हैं।

दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के जागृति विहार मंडल में रामकुमार चौबे अध्यक्ष, नरेश विश्वकर्मा जिला प्रतिनिधि, मेरठ देहात में रूप किशोर शर्मा अध्यक्ष, प्रवेश गुर्जर जिला प्रतिनिधि, मलियाना मंडल में मनीष प्रजापति अध्यक्ष और राकेश माहेश्वरी जिला प्रतिनिधि, माधवनगर मंडल में दीपक वर्मा अध्यक्ष और राजीव गोयल जिला प्रतिनिधि, रिठानी मंडल में प्रेमचंद पाल अध्यक्ष और सोनू भाटी को जिला प्रतिनिधि बनाया गया है।

चुनाव पर भी संकट 
मेरठ जिला में 21 मंडल हैं, लेकिन एक भी मंडल की सूची जारी नहीं हुई है। जबकि अन्य जनपदों में मंडलों की सूची जारी हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार, यहां जिले के नेता अपने चहेतों को मंडल अध्यक्ष बनाने पर अड़े हैं। इस कारण पूरे जिले की सूची फिलहाल रोकी गई है। रविवार तक जिले की सूची जारी होने की उम्मीद है।

शास्त्रीनगर में खींचतान 
शास्त्रीनगर मंडल अध्यक्ष को लेकर भाजपा में वर्चस्व की जंग छिड़ी है। मंडल अध्यक्ष संजीव शर्मा के साथ रवीश अग्रवाल, प्रदीप कपूर और कपिल त्यागी के नाम सबसे ऊपर हैं। सूत्रों के अनुसार, एक खेमा पूर्व मंडल अध्यक्ष को दोबारा चाहता है, दूसरा खेमा रवीश अग्रवाल के पक्ष में है।

इसका बड़ा कारण है कि शास्त्रीनगर क्षेत्र वैश्य बहुल है और दक्षिण विधानसभा से एक भी मंडल अध्यक्ष वैश्य बिरादरी से नहीं चुना गया है। गुटबाजी के बीच मामला फंस गया है। अब शास्त्रीनगर मंडल में अध्यक्ष घोषित नहीं होगा। पहले महानगर अध्यक्ष का चुनाव होगा। उसके बाद महानगर अध्यक्ष ही मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति करेंगे।