Amitabh Bachchan को याद आया अपना इलाहाबाद का पैतृक घर, सोशल मीडिया पर कही ये बात
नई दिल्ली । बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहने वाले सितारों में से एक हैं। वह अपने फैंस से जुड़े रहने के लिए अक्सर खास तस्वीरें और वीडियो साझा करते रहते हैं। इतना ही नहीं अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर अपनी जिंदगी के बारे में भी खुलासे करते रहते हैं। अब उन्होंने अपने इलाहाबाद के पैतृक घर को याद किया है।
अमिताभ बच्चन ने अपने पैतृक घर को याद करते हुए कहा कि उनके इलाहाबाद वाले घर पर कभी ताला नहीं लगा था। बिग बी ने यह बात अपने एक फैन के ट्वीट का जवाब देते हुए कही है। दरअसल अमिताभ बच्चन के फैन ने ट्विटर पर लिखा, ‘अगर दुनिया विश्वास पर चलती तो किसी के दरवाजे पर ताले नहीं होते’। अमिताभ बच्चन ने इस बात का मजेदार अंदाज में जवाब दिया है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘पर भाई साहब, ऐसे दिन हमने देखें हैं इलाहाबाद में। हम अपने घर में कभी भी ताला नहीं लगाते थे। और घर का गेट हमने कभी बंद होते नहीं देखा, वह सदा खुला ही रहता था। हां, पर अब ऐसा नहीं हो सकता। आजकल तो सलाह देने वाले कहते हैं, जुबान पर भी ताला लगा के रखिए।’ सोशल मीडिया पर अमिताभ बच्चन का यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है।
अभिनेता के फैंस और तमाम सोशल मीडिया यूजर्स अमिताभ बच्चन के इस ट्वीट को खूब पंसद कर रहे हैं। साथ ही कमेंट करके अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। इससे पहले अमिताभ बच्चन अपने क्वीज रियलिटी शो केबीसी 12 की शूटिंग खत्म करने को लेकर चर्चा में थे। उन्होंने हाल ही में केबीसी 12 के आखिरी एपिसोड की शूटिंग को खत्म किया है। इस बात की जानकारी देते हुए अमिताभ बच्चन ने अपने फैंस के लिए खास ब्लॉग भी लिखा था।
बिग बी ने अपने ब्लॉग में लिखा था, ‘मैं अब थक चुका हूं और रिटायर हो चुका हूं। मैं माफी चाहता हूं आप सभी से, कौन बनेगा करोड़पति की शूटिंग का यह आखिरी दिन बहुत लंबा रहा है। हालांकि, अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में यह भी लिखा कि वह आगे भी केबीसी का हिस्सा रहेंगे। उन्होंने लिखा, ‘शो के आखिरी एपिसोड में फेयरवेल के तौर पर बहुत सारा प्यार मिला। सभी चीजें आपस में जुड़ी हुई हैं। इच्छा बस यह है कि यह सब कभी रुके नहीं और हमेशा चलता रहे। उम्मीद करता हूं कि यह सब जल्द ही दोबारा हो सके। शो का क्रू और पूरी टीम बहुत केयरिंग थी। यह बहुत कुछ ऐसी चीज है जो सेट से आपको खींच लाती है। सभी एक साथ इकट्ठे हुए उसे यादगार बनाने के लिए, जिसमें हर किसी ने अपनी पूरी कोशिश की थी महीनों तक।’