यूपी: तहसीलदार के बाद एसडीएम पर गिरी गाज, डीएम ने मांगा था जवाब, ये है पूरा मामला
मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में रजिस्ट्रेशन समाप्त होने के बाद भी खतौली की फर्म अन्नपूर्णा एग्रो को टेंडर छोड़ने के मामले में अब एसडीएम सदर पर गाज गिरी है। तहसीलदार सदर को सस्पेंड करने के बाद डीएम ने एसडीएम सदर अशोक कुमार को भी हटा दिया है। एसडीएम और एडीएम को नोटिस जारी कर दोनों से जवाब मांगा गया था। नोटिस का जवाब मिलने के बाद डीएम ने एसडीएम पर कार्रवाई की।
एडीएम प्रशासन अमित सिंह की अध्यक्षता में गठित समिति ने मजदूरों को भोजन देने के लिए खतौली की अन्नपूर्णा एग्रो को टेंडर छोड़ा था। जिले में आए नोडल अधिकारी आरएन यादव के सामने चरथावल के क्वारंटीन सेंटर पर निरीक्षण के दौरान मजदूरों ने समय पर भोजन नहीं मिलने और गुणवत्ता अच्छी नहीं होने की शिकायत की थी। भोजन वितरण करने वाले फर्म अन्नपूर्णा की जांच हुई तो पता लगा कि 20 फरवरी 2020 को उसका रजिस्ट्रेशन ही समाप्त हो गया था।
नोडल अधिकारी ने अपनी निरीक्षण रिपोर्ट शासन को भेज दी थी। शासन से जवाब तलब होने पर डीएम सेल्वा कुमारी जे ने समिति के सदस्य तहसीलदार सदर पुष्करनाथ चौधरी को सस्पेंड कर दिया, दूसरे सदस्य एसडीएम सदर अशोक कुमार एवं अध्यक्ष एडीएम प्रशासन अमित सिंह को नोटिस जारी किया। नोटिस का जवाब मिलने के बाद डीएम ने शनिवार को एसडीएम सदर अशोक कुमार को हटा दिया। उनके स्थान पर डिप्टी कलेक्टर दीपक कुमार को तहसील सदर का एसडीएम बनाया है। अशोक कुमार को मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है।