शाहजहांपुर में चार बच्चों की गला काटकर हत्या के बाद पिता ने दी जान, मौके पर पहुंची पुलिस

एक दिन पहले मायके गई थी बहू
राजीव के पिता पृथ्वीराज ने बताया कि उनकी बहू क्रांति एक दिन पहले अपने मायके बरेली फतेहगंज पूर्वी के करौली गांव गई थी। दोपहर दो बजे के बाद वह भी खेत पर गन्ने की बोआई कराने चले गए। गुरुवार सुबह लगभग आठ बजे घर वापस आए तो मेन गेट बंद था। काफी देर तक आवाज लगाने के बाद भी कोई उत्तर नहीं आया तो दीवार फांदकर अंदर पहुंचे।
सभी बच्चों की कटी हुई थी गर्दन
कमरे में चारपाई पर उनकी पोती 12 वर्षीय कृति, नौ साल की सृष्टि, सात वर्षीय प्रगति व चौथे पांच वर्ष के रिषभ के शव पड़े थे। सभी की गर्दन कटी हुई थी। पास में ही बांका पड़ा था। कमरे में पंखे के कुंडे से साड़ी के फंदे से राजीव का शव लटका था।
सिर में चोट लगने की वजह से तनाव में रहता था राजीव
मृतक की पत्नी का इंतजार
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि घर का दरवाजा अंदर से बंद था। जिस तरह की परिस्थितियां हैं उससे साफ है कि राजीव ने ही बच्चों की हत्या करने के बाद अपनी जान दी है। मृतक की पत्नी के आने का इंतजार किया जा रहा है। उसके बाद स्थिति साफ होगी।