10 वर्षीय हया मसूदी ने रखा पहला रोजा

- हया मसूदी
देवबंद [24CN]: दारुल उलूम के निकट इफ्तिखार मंजिल निवासी फैजी मसूदी की बेटी हया मसूदी ने दस वर्ष की उम्र में पहला रोजा रखा है। हया के भीषण गर्मी में रोजा रखने और दिनभर अल्लाह की इबादत करने पर परिवारजनों में खुशी का माहौल है।
गर्मी के मौसम में रमजान माह के रोजा रखना बड़ों के लिए मुश्किल माने जाते हैं। वहीं, दस वर्षीय हया मसूदी ने गर्मी की परवाह किए बगैर पहला रोजा रखा। परिजनों के इंकार करने पर भी हया ने सवेरे सहरी खाई और दिनभर वक्त अल्लाह की इबादत में गुजारा। शनिवार की शाम इफ्तिखार मंजिल में हुए कार्यक्रम में दारुल उलूम के प्रचारक कारी फौजान ने कहा कि रमजान का महीना बेहद खास होता है। इसमें अल्लाह बंदों को इबादतों का सवाल बढ़ाकर देता है। यह महीना रहमत और बरकतों का वाला होता है। इसमें सैयद फखरुल हसन, उस्मान इलाही, अंसार मसूदी, सैयद वजाहत शाह, शाह फैसल, असद सिद्दीकी, नबील मसूदी, रेहान अहमद, नदीम, अजीम आदि मौजूद रहे।