YOGI IN ACTION: सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क पर केस, 3000 हिरासत में, उपद्रवियों की होगी कुर्की
- नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर योगी सरकार सख्त
- संभल में समाजवादी पार्टी सांसद शफीकुर्रहमान बर्क, एसपी जिलाध्यक्ष फिरोज खान समेत सैकड़ों के खिलाफ केस
- लखनऊ में हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, इस मामले में 112 हिरासत में, 31 लोग गिरफ्तार, 7 पर केस
लखनऊ: नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन और सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाने वाले उपद्रवियों के खिलाफ योगी सरकार सख्त ऐक्शन के मूड में है। अफवाह पर रोक के लिए सूबे के 20 जिलों में मबाइल इंटरनेट सर्विस सस्पेंड कर दी गई है। संभल में समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। प्रदेशभर में करीब 3,000 लोग हिरासत में लिए गए हैं। सिर्फ राजधानी लखनऊ में हिंसा के बाद 102 लोग हिरासत में लिए गए, जबकि 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने दो टूक कहा है कि हिंसा फैलानेवालों की पहचान कर ली गई है और उनकी संपत्ति जब्त कर नुकसान की भरपाई की जाएगी।
राजधानी लखनऊ में गुरुवार को हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। साथ ही 16 पुलिसकर्मी समेत 30 लोग घायल हुए थे। इस मामले में पुलिस ने 7 एफआईआर दर्ज की है। 31 लोगों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा 112 लोग हिरासत में लिए गए।
संभल में सैंकड़ों के खिलाफ मुकदमा
उधर, संभल में उपद्रवियों ने गुरुवार को रोडवेज की दो बसों को आग के हवाले कर दिया था। इसके अलावा पुलिस की गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया था। इस मामले में पुलिस ने एसपी सांसद शफीकुर्रहमान बर्क, एसपी जिलाध्यक्ष फिरोज खान, पार्षद पति हाजी मोहम्मद शकील और मुशील खान समेत 17 को नामजद करते हुए सैकड़ों लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। यहां रोडवेज की तरफ से भी भीड़ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
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नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ गुरुवार को लखनऊ के कई हिस्सों में उग्र प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों के दौरान उपद्रवियों ने जिले के कई इलाकों में पुलिस पर पथराव किया और जमकर आगजनी की। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने लखनऊ की कुछ पुलिस चौकियों में आग भी लगा दी। देखें, लखनऊ में हुए प्रदर्शनों की तस्वीरें।
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नागरिकता कानून के खिलाफ लखनऊ के डालीगंज इलाके में उग्र प्रदर्शन हुए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों में तोड़फोड़ की।
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लखनऊ में हुए हिंसक प्रदर्शनों के दौरान पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया।
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राजधानी में हुए प्रदर्शनों के कारण पूरे शहर खासकर ओल्ड लखनऊ के हिस्सों में अफरातफरी की स्थिति देखने को मिली।
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लखनऊ में हुए प्रदर्शनों के दौरान भीड़ ने कई वाहनों में आग भी लगा दी।
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लखनऊ में हुई हिंसा की घटनाओं के कारण कई इलाकों में भगदड़ की स्थिति बन गई। इस दौरान स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
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नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने पथराव और तोड़फोड़ की। हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान ठाकुरगंज में फायरिंग भी हुई
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बवाल के दौरान उपद्रवियों ने सतखंडा पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान यहां खड़े कुछ वाहनों में भी आग लगा दी गई।
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उपद्रव करने पहुंचे लोगों ने सतखंडा पुलिस चौकी के बाहर खड़े कई वाहनों को तोड़ दिया और फिर इनमें आग लगा दी। इसके बाद दमकल के कर्मचारियों ने यहां पहुंचकर पुलिस चौकी में लगी आग को बुझाया।
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नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने उतरे लोगों ने लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में जमकर उत्पात किया। इस दौरान काफी देर तक यहां तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। इसके अलावा परिवर्तन चौक, आईटी चौराहा, केडी सिंह बाबू स्टेडियम के आसपास भी जमकर प्रदर्शन हुए।
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हंगामा कर रहे लोगों ने हसनगंज थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाली मदेयगंज पुलिस चौकी को भी आग के हवाले कर दिया।
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नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के कारण लखनऊ मेट्रो सेवा बाधित हुई है। यूपी पुलिस के कहने पर केडी सिंह मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं।
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लखनऊ में जारी बवाल को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के अलावा पीएसी और रैपिड ऐक्शन फोर्स के जवानों को भी तैनात किया गया है। इन सब के बीच जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार स्थितियों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे है।
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लखनऊ में हुए प्रदर्शन के दौरान मीडिया के कई वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई है। इसके अलावा स्थानीय लोगों के कई वाहन भी आग के हवाले किए गए हैं।
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नागरिकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान बेकाबू भीड़ के नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। इसके अलावा कुछ स्थानों पर वॉटर कैनन के जरिए लोगों को नियंत्रित करने की कोशिश की गई।
मेरठ में पार्षद के खिलाफ केस
हिंसा भड़काने के मामले में मेरठ में भी कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। यहां मेरठ में खैरनगर के पार्षद समेत 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शामली में भी पुलिस ने कार्रवाई की है। शांतिभंग के मामले में पुलिस ने 9 लोगों को हिरासत में लिया है और 9 लोग गिरफ्तार भी हुए हैं।
उपद्रवियों की संपत्ति नीलाम करके नुकसान की भरपाई
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा है और इस बात के भी निर्देश दिए हैं कि आम लोगों को कोई असुविधा ना हो। उन्होंने कहा कि किसी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा और सरकार उपद्रव करने वाले लोगों की पहचान कर उनकी संपत्ति नीलाम करेगी और इस पैसे से नुकसान की भरपाई होगी। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि आमजन को किसी भी तरह की दिक्कत ना हो।
गोरखपुर में 34 एसपी नेता और कार्यकर्ता गिरफ्तार
गोरखपुर में एसपी के करीब 34 नेता और कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए। यहां भी पुलिस से एसपी कार्यकर्ताओं की तीखी झड़प हुई थी। उधर, बस्ती में प्रदर्शन कर रहे एसपी नेताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक हुई। पुलिस ने प्रदर्शन पर अड़े एसपी जिलाध्यक्ष महेन्द्र नाथ यादव समेत दर्जनों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, देवरिया में करीब 400 प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए।
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मुजफ्फरनगर और वाराणसी में भी कार्रवाई
मुजफ्फरनगर में प्रदर्शन के चलते शहर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। एसपी सिटी ने करीब 150 सपाइयों को गिरफ्तार कर डीएवी डिग्री कॉलेज में बंद किया। वाराणसी में भी तीखी नोंकझोंक हुई। पुलिस ने लाठीचार्ज करने के साथ 69 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
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