पर्यषण महापर्व के आठवे दिन उत्तम त्याग धर्म की पूजा अर्चना की गयी

नकुड 4 सितबंर इंद्रेश। नगर मे भगवान श्री आदिनाथ दिगबंर जैन मंिदर मे चल रही दशलक्षण पर्व के आठवे दिन उत्तम त्याग धर्म की पूजा की गयी। त्याग से ही मनुष्य महान बनता है।
केसरिया परिधान पहने इंद्र व इंद्राणियों के रूप मे श्रद्धालुओ ने उत्तम त्याग धर्म के मर्म को समझा व समझााया । उन्होंने भगवान नेमीनाथ के अतिशयकारी जिनबिंब का अभिषेक कर मानव कल्याण की कामना की। साथ ही विश्वशांति की कामना के साथ देवशास्त्र व रतनत्रय पूजा की गयी। इस मौके पर श्रद्धालुओ ने कहा कि त्याग धर्म बूरे कर्मो का नाश करते हुए जीवन को संतुष्ट बनाकर अपनी ईच्छाओं का दमन करना ही त्याग है।
इस मौके पर जैन धर्मालंिबयो ने कई तरह की प्रतियोगिताओ का आयोजन किया । जिसमे प्रतिभागियों को अपने जैन धर्म के विभिन्न क्षेत्रो के ज्ञान का परिचय कराना था। प्रतिभागियो को पुरूष्कृत किया गया । इस अवसर पर निशा जैन, सरिता जैन ,बीना जैन, व अंजलि के अलावा जैन मिलन के महामंत्री पंकज जैन, राजेश जैन राजू, आदि उ पस्थित रहे।
